Fetal Growth: गर्भावस्था की पहली तिमाही में शिशु (भ्रूण) का विकास (Video Included)

Fetal Growth In Hindi: इस पोस्ट में गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान भ्रूण (शिशु) में होने वाले विकास (गर्भ में भ्रूण का विकास) के बारे  में सप्ताह के अनुसार बताया है साथ ही भ्रूण कैसे बनता है यह भी आप पूरा जान पाएंगे।

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गर्भावस्था की पहली तिमाही में शिशु (भ्रूण) का विकास | First Trimester Fetal Growth In Hindi

गर्भावस्था (Pregnancy) लगभग 9 महीने (यानि 40 सप्ताह या 280 दिन) तक रहती है जो 14 दिन आगे या 14 दिन पहले हो सकती है।

गर्भावस्था को 3 तिमाही (Trimester) में बांटा गया है। जिसमें पहली तिमाही (First Trimester) 1 सप्ताह से 12वें  सप्ताह  तक होती है। जो गर्भावस्था का पहला, दूसरा और तीसरा महीना कहलाता है।

गर्भावस्था की पहली तिमाही में शिशु का विकास (Development) सप्ताह दर सप्ताह (Pregnancy week by week in Hindi) तेजी से होता है जिसमें पहले दो कोशिकाएं अपने आपको विभाजित कर हजारों कोशिकाओं में परिवर्तित करती हैं। जो आगे चल के शिशु के विभिन अंगो का निर्माण कर शिशु को जन्म देती है।

और पढ़ें –  जानिए दूसरी तिमाही में शिशु (भ्रूण) का विकास सप्ताह अनुसार।

हजारों शुक्राणु में से केवल एक ही शुक्राणु ऐसा होता है जो अंडे को निषेचित करता है। यह पूरी प्रक्रिया गर्भाशय के दोनों तरफ मौजूद फैलोपियन ट्यूब में होती है। गर्भावस्था की शुरुवात तब होती है जब पुरुष का शुक्राणु (sperm) महिला के अंडे (egg) को निषेचित (fertilize) करता है।

फर्टिलाइजेशन होने के बाद फर्टिलाइज अंडा जायगोट (zygote) कहलाता है। जायगोट के बाद गर्भावस्था का पहला महीना शुरू हो जाता है। इस प्रकार गर्भ में सबसे पहले जायगोट का निर्माण होता है।

Fertilization process
Fertilization process

प्रेगनेंसी के पहले महीने में शिशु (भ्रूण) का विकास | First month Fetal Growth in Hindi

प्रेगनेंसी का पहला महीना, पहले सप्ताह से लेकर चौथे सप्ताह तक का समय होता है जिसमें में भ्रूण का विकास इस प्रकार हैं:

प्रेगनेंसी के पहले और दूसरे सप्ताह में भ्रूण का विकास (1-2 week Fetal growth in Hindi)

1-2 week pregnancy
भ्रूण विकास
  • जायगोट के बनते ही आपकी गर्भावस्था का पहला सप्ताह (महीना) शुरू हो जाता है।
  • जायगोट तेजी से कोशिकाओं (cells) की परतों में विभाजित (divide) होता है जिसमें फर्टिलाइज अंडा पहले 2 कोशिकाओं, 4 कोशिकाओं, 8 कोशिकाओं, 16 कोशिकाओं में बाटता हुआ गर्भ (womb) की दीवार में प्रत्यारोपित (implanted) होने लगता है।
  • कोशिकाओं में विभाजित होने के साथ ही जायगोट अब ब्लास्टोसिस्ट (blastocyst) या मोरुला (morula) कहलाता है।
  • इस समय निषेचित अंडा या जायगोट दो समान समूहों में भी विभाजित हो सकता है अगर ऐसा होता है तो महिला जुड़वा बच्चों को जन्म देती है।
  • गर्भावस्था के पहले और दूसरे सप्ताह में होने वाली प्रक्रिया फैलोपियन ट्यूब में से होते हुए गर्भाशय (uterus) में पूरी होती है। जिसमें लगभग 7-9 दिन यानी दो सप्ताह लगते हैं।
  • क्योकि आपको यह पता नहीं होता है कि फर्टिलाइजेशन कब हुआ है इसलिए शिशु के जन्म की संभावित तारीख जानने के लिए डॉक्टर गर्भावस्था की इस समयावधि यानि 280 दिन को आपके अंतिम पीरियड के समाप्त होने के पहले दिन से जोड़ देते हैं।
  • उदहारण के लिए यदि आपका अंतिम पीरियड 17 जनवरी को समाप्त हुआ हो तो आप इस तारीख में 280 दिन जोड़ दीजिए जो 24 नवम्बर होगी। जिसका मतलब है आपके शिशु के  जन्म की तारीख 24 नवम्बर हो सकती है।

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प्रेगनेंसी के तीसरे सप्ताह में शिशु (भ्रूण) का विकास (3 week Fetal growth in Hindi)

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प्रेगनेंसी के तीसरे सप्ताह में शिशु का विकास
  • प्रेगनेंसी के तीसरे सप्‍ताह (गर्भावस्था के तीसरे हफ्ते) में ब्लास्टोसिस्ट गर्भाशय की दीवारों के अंदर में पूरी तरह इम्प्लांट हो जाता है,
  • इम्प्लांटेशन के दौरान आपको हल्‍की ब्लड स्‍पॉटिंग हो सकती है।
  • इंप्‍लांट होते ही अब ब्लास्टोसिस्ट भ्रूण (embryo) कहलाता है, जो एक छोटी बॉल के रूप में होता है।
  • प्रेगनेंसी के तीसरे सप्ताह (First Trimester Fetal Growth In Hindi) से ले कर प्रेगनेंसी के आठवें सप्ताह तक की अवधि भ्रूण अवधि (embryonic period) कहलाती है।
  • तीसरे सप्‍ताह से मानव कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) नामक हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है जोकि प्लेसेंटा द्वारा उत्पन्न होता है।
  • hCG हार्मोन, एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन को बनाने के लिए कॉर्पस ल्यूटियम (जो ओवरी या अंडाशय का भाग है) को उत्तेजित करता है जो नए अंडो को बनने से रोकता है साथ ही प्लेसेंटा के विकास में भी मदद करता है।

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प्रेगनेंसी के चौथे सप्ताह में भ्रूण का विकास (4 week Fetal ग्रोथ in Hindi)

4 week pregnancy
प्रेगनेंसी के चौथे सप्ताह में शिशु का विकास
  • गर्भावस्था के चौथे सप्ताह (First trimester of pregnancy in Hindi) से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन्स का स्तर बढ़ने लगता है, जो प्लेसेंटा और यूट्रस के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
  • गर्भावस्था के चौथे हफ्ते से ही प्लेसेंटा और एमनियोटिक द्रव की थैली बननी शुरू हो जाती है।
  • प्लेसेंटा रक्त से पोषक तत्वों और ऑक्सीजन को शिशु के लिए ले जाती है और एमनियोटिक थैली जो एमनियोटिक द्रव से भरी होती है बच्चे को गर्भाशय में बाहरी आघातों से बचाती है।
  • भ्रूण की ऑप्टिक नसें और लेंस गर्भावस्था के चौथे सप्ताह से बनना शुरू हो जाती हैं,
  • गर्भावस्था के पहले महीने (1 महीने) के अंत तक, आपका भ्रूण (बच्चा ) लगभग 6-7 mm लंबा होता है जो एक चावल के दाने के आकार के बराबर होता है।

प्रेगनेंसी के दूसरी महीने में शिशु (भ्रूण) का विकास (Second month Fetal Growth in Hindi)

प्रेगनेंसी का दूसरा महीना, 5वें सप्ताह से लेकर 8वें सप्ताह तक का समय होता है जिसमें में भ्रूण का विकास इस प्रकार हैं:

प्रेगनेंसी के पांचवें सप्ताह में भ्रूण का विकास (5 week Fetal growth in Hindi)

5 week pregnancy
प्रेगनेंसी के पांचवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • गर्भावस्था के 5 वें हफ्ते से महिला के शरीर में hCG नामक हार्मोन का स्तर और तेजी के साथ बढ़ने लगता है।
  • यह हार्मोन अंडाशय (ओवरी) से अंडे (egg) को निकलने से रोकता है जिससे आपको अब पीरियड नहीं आता है। जोकि गर्भावस्था पहला लक्षण हो सकता है।
  • इस सप्ताह आप प्रेगनेंसी टेस्ट किट द्वारा अपनी प्रेगनेंसी का पता घर बैठे लगा सकती हैं।
  • डॉक्टर ब्लड (Blood) में HCG हार्मोन के स्तर की जांच के लिए टेस्ट करते हैं जो प्रेग्नेंट होने पर पॉजिटिव आता है।
  • गर्भावस्था के 5 वें हफ्ते में  आपका शिशु एक टैडपोल (मेंढक का बच्चा) जैसा दिखाई पड़ता है जो C के आकार का होता है जिसमें एक अविकसित सिर और पूंछ होती है। यह पूंछ तेजी से बढ़ती रीढ़ की हड्डी होती है।
  • पांचवें सप्ताह से शिशु का चेहरा बनने लगता है और साथ ही शिशु का सिर आकार में आने लगता है, आने वाले सप्ताहों में उसके हाथ और पैर भी विकसित होने लगेंगे।
  • तंत्रिका ट्यूब जो मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी, और नसों के निर्माण के लिए जिम्मेदार होती है, तेजी के साथ अपने आपको विकसित करती है।
  • पांचवें सप्ताह से शिशु का दिल बनना शरू हो जाता है और साथ ही किडनी, फेफड़े, आंत, मूत्र प्रणाली, थायरॉयड, लिवर, त्वचा और पैंक्रियास का विकास भी तेजी से होने लगता है।
  • शिशु के अंगो के स्वस्थ विकास के लिए आपको पोषक तत्वों की आवश्यकता होगी, इसलिए आपको फलों और सब्जियों का भरपूर सेवन करना चाहिए। जिसमें आयरन, कैल्शियम और फोलेट की मात्रा भरपूर हो।
  • प्रेगनेंसी के दूसरा महीना से डॉक्टर आपको फोलिक एसिड एक सप्लीमेंट के रूप में देना शुरू कर देते हैं जो सामान्य तौर पर तीसरे माह तक लेनी होती है। फोलिक एसिड गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और स्‍पाइनल कॉर्ड के विकास में मदद करती है।

प्रेगनेंसी के छठे सप्ताह में शिशु का विकास (6 week Fetal growth in Hindi)

6 week pregnancy
प्रेगनेंसी के छठे सप्ताह में शिशु का विकास
  • छठे सप्ताह (गर्भावस्था के 6 वें हफ्ते) में डॉक्टर अल्ट्रासाउंड द्वारा आपकी गर्भावस्था का सही पता लागते हैं।
  • आपका पहला अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था के 5वें सप्ताह या 6वें सप्ताह के बीच में हो सकता है जोकि ट्रांसवजाइनल अल्ट्रासाउंड कहलाता है। यह अल्ट्रासाउंड वजाइना के अंदर से किया जाता है जिसमें शिशु के दिल की धड़कन को भी सुना जाता है।
  • शिशु की दिल की धड़कन छठे सप्ताह तक आ जाती है, जो लगभग 150-170 प्रति मिनट तक होती है। शिशु की दिल की धड़कन वयस्क व्यक्ति के दिल की धड़कन से लगभग दो गुनी है।
  • छठे सप्ताह में शिशु का हृदय चार चैम्बर्स में विभाजित हो जाता है और हृदय रक्त को पंप करना शुरू कर देता है।
  • गर्भावस्था के छठे सप्ताह से शिशु के हाथ और पैरों के उभार आने लगते हैं जो आगे चल के तेजी के साथ विकसित होते हैं साथ ही चेहरे में आंखें, नाक, जबड़े, गाल और ठुड्डी की संरचना आने लगती हैं।
  • इस सप्ताह से आपको गर्भावस्था के और भी शुरुआती लक्षण सामने आते हैं जिस में सुबह और शाम उबकाई आना और वेजाइनल डिस्चार्ज होना प्रमुख हैं।

और पढ़ें –  महीने दर महीने गर्भावस्था की महत्वपूर्ण जानकारी।

प्रेगनेंसी के सातवें सप्ताह में शिशु (भ्रूण) का विकास (7 week Fetal growth in Hindi)

7 week pregnancy
प्रेगनेंसी के सातवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • गर्भावस्था के 7 वें सप्ताह (First trimester of pregnancy in Hindi) के दौरान, आपके शिशु का विकास और तेजी के साथ हो रहा होता है। जिसमें अधिकांश विकास सिर और चेहरे के क्षेत्रों में ज्यादा होता है।
  • इस समय (गर्भावस्था के 7वें हफ्ते) सिर के दोनों तरफ कान के उभार आने लगते हैं।
  • आंखें अभी भी विकास के शुरुआती चरण में हैं।
  • बच्चे की त्वचा पेपर जितनी पतली होती है जिससे आर पर दिखाई दे सकता है।
  • गर्भावस्था के 7 वें सप्ताह से पाचन अंग जैसे पाचक-ग्रंथि (Digestive glands) और अपेंडिक्स (Appendix) का निर्माण भी होने लगता है।

और पढ़ें – जानिए गर्भावस्था की 8 प्रमुख समस्याएं और समाधान।

प्रेगनेंसी के आठवें सप्ताह में शिशु का विकास (8 week Fetal growth in Hindi)

8 week pregnancy
प्रेगनेंसी के आठवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • आठवें सप्ताह (गर्भावस्था के 8वें हफ्ते) में शिशु के हाथ और पैर पैडल जैसे दिखाई देते हैं।
  • शिशु की बाजुएं इतनी लंबी हो चुकी होती हैं कि उसके हाथ अब छाती तक पहुंचने लगते हैं। उसकी टांगें भी लगातार लंबी हो रही होती हैं। हालांकि, उसके टखने, जांघे, घुटनों और पैरों की उंगलियां अभी भी स्पष्ट नहीं होती हैं।
  • 8वें हफ्ते से ही आपके शिशु की हड्डियाँ बनने लगती हैं और साथ ही आखों की रेटिना बनने की शुरुआत हो जाती है।
  • शिशु की आंतों और गुर्दे का विकास शुरू हो जाता है।
  • 8 वें  सप्ताह से शिशु के मस्तिष्क का विकास और भी तेजी के साथ होने लगता है।
  • बच्चे का चेहरा अब धीरे-धीरे और भी अधिक स्पष्ट होता जा रहा है, क्योंकि उसका ऊपरी जबड़ा और नाक अब आकार लेने लगती हैं,
  • शिशु अभी भी C के आकार का होता है।
  • आठवें सप्ताह तक आपका शिशु भ्रूण के रूप में जाना जाता है और इस सप्ताह के समाप्त होते ही भ्रूण शिशु का रूप ले लेता है,
  • आठवां सप्ताह के अंत तक भ्रूण  करीब 1.7 सेंमी. लंबा और लगभग एक राजमा के आकर का हो गया है।

प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में शिशु (भ्रूण) का विकास (Third month Fetal Growth in Hindi)

प्रेगनेंसी का तीसरा महीना, 9वें सप्ताह से लेकर 12वें सप्ताह तक का समय होता है जिसमें में भ्रूण का विकास इस प्रकार हैं:

प्रेगनेंसी के नवें सप्ताह में शिशु का विकास (9 week Fetal growth in Hindi)

9 week pregnancy
प्रेगनेंसी के नवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • प्रेगनेंसी के नवें सप्ताह  में पैडल जैसे हाथ और पैर अब और स्पष्ट होने लगते हैं।
  • प्रेगनेंसी के नवें सप्ताह  से बांह, टांग, उंगलियां, हड्डियां और मांसपेशियां तेजी के साथ बनने लगती हैं और शिशु अपने नन्हे हाथों को मोड़ सकता है।
  • शिशु में स्वाद ग्रंथियों का विकास शुरु हो जाता है।
  • गर्भावस्था के 9वें हफ्ते में शिशु की धड़कन अल्ट्रासाउंड डिवाइस (डॉपलर यन्त्र ) द्वारा सुनी जा सकती है जो लब-डब की तरह सुनाई देती है।
  • रीढ़ की हड्डी का विकास होने के कारण शिशु की पूंछ गायब हो जाती है।
  • शिशु के गुप्तांग अब बनना (First trimester of pregnancy week by week in Hindi) शुरु हो जाते हैं।
  • इस समय शिशु का सिर बाकी शरीर से काफी बड़ा दिखाई देता है पर चिंता न करें, अगले कुछ हफ्तों में जो अंग अभी बहुत छोटे दिखाई पड़ते हैं वे बढ़कर अधिक स्पष्ट आकार ले लेंगे और सिर जो आकर में बड़ा दिखाई दे रहा है वो भी सामान्य दिखाई देने लगेगा।

प्रेगनेंसी के दसवें सप्ताह में शिशु का विकास (10 week Fetal growth in Hindi)

10 week pregnancy
प्रेगनेंसी के दसवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • प्रेगनेंसी के दसवें सप्ताह में शिशु का हृदय पूरी तरह विकसित हो चुका होता है, और वह अब भी आपके दिल से लगभग दो गुना ज्यादा तेजी से धड़क रहा होता है। जिसकी धड़कने की गति लगभग 120 से 160 प्रति मिनट होती है।
  • इस समय (गर्भावस्था के 10वें हफ्ते) शिशु की छोटी-छोटी उंगलियों में नाखून आने लगते हैं।
  • शिशु की बाजुएं और टांगें कंधों और कूल्हों (Hips) के जोड़ से घूम सकती हैं।
  • शिशु के पेट की मांसपेशियां अपना आकार ले रही होती हैं और साथ ही गुर्दे, लिवर, आंतें और मस्तिष्क अपना कार्य करना शुरु कर देते हैं।
  • प्रेगनेंसी के दसवें सप्ताह से शिशु अपने अंगों को हिला-डुला सकता है।

और पढ़ें – गर्भावस्था की पुष्टि के लिए रक्त परीक्षण।

प्रेगनेंसी के ग्यारवें सप्ताह में शिशु का विकास (11 week Fetal growth in Hindi)

11 week pregnancy
प्रेगनेंसी के ग्यारवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • प्रेगनेंसी के ग्यारवें सप्ताह में शिशु के यौन अंग पूरी तरह से विकसित हो चुके होते हैं।
  • उसके दूध के दांतों का पहला छोटा सा अंकुर उसके मसूढ़ों में उग जाता है।
  • हाथ और पैर की उंगलियां एक दूसरे से पूरी तरह से अलग हो जाती हैं और साथ ही शिशु के बाल पूरे शरीर में आने लगते हैं।
  • बच्चे की हड्डियां और सख्त और मज़बूत होने लगती हैं।
  • इस समय (गर्भावस्था के 11वें हफ्ते) शिशु बहुत सक्रिय होता है लेकिन छोटा होने के कारण मां उसकी गतिविधियां महसूस नहीं कर सकती हैं।
  • एम्नियोटिक द्रव (Amniotic fluid) से घिरे होने के बावजूद शिशु इस समय निगलना सीख रहा होता है।
  • प्रेगनेंसी के ग्यारवें सप्ताह के अंत तक आपके शिशु का मुंह लगभग पूरी तरह तैयार हो जाता है और उसका चेहरा अब इंसान के सकल के रूप में दिखाई दिखने लगा है।

और पढ़ें – जानिए प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या हैं, और कब दिखते हैं।

प्रेगनेंसीके बारहवें सप्ताह में शिशु का विकास (12 week Fetal growth in Hindi)

12 week pregnancy
प्रेगनेंसी के बारहवें सप्ताह में शिशु का विकास
  • प्रेगनेंसी के बारहवें सप्ताह में शिशु की आंखें जो पहले दूर थी अब एक दूसरे के और नजदीक आ जाती हैं, आखें अभी भी बंद रहती हैं जो 28वे सप्ताह तक बंद रह सकती हैं।  
  • प्रेगनेंसी के बारहवें सप्ताह (गर्भावस्था के 12वें हफ्ते) से आपके शिशु की किडनी भी कार्य करना शुरू कर देती हैं और उसमें यूरिन बनने लगता है।
  • इस समय उंगलियों में नाखून स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगते हैं और शिशु का पाचन तंत्र काम करना शुरू कर देता है।
  • शिशु का लिवर (liver), लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) को बनाने लगता है, और साथ ही शिशु में सफेद रक्त कोशिकाएं (WBCs) भी बनने लगती हैं।
  • प्लेसेंटा पूरी तरह अपना कार्य करने लगती हैं जो शिशु को ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्रदान करती हैं।
  • शिशु की त्वचा जो पहले पारदर्शी थी अब वह सामान्य रूप ले रही होती है।
  • प्रेगनेंसी के 12वें सप्ताह के अंत तक आपका शिशु करीब 5.4 सेंमी. (2.1 इंच) लंबा और वजन लगभग 20-28 ग्राम तक होता है जो एक छोटे नींबू जितना है।

और पढ़ें – प्रेगनेंसी के दौरान ऐसे करें अपनी देखभाल, होगा स्वस्थ शिशु।

यह हैं गर्भावस्था की पहली तिमाही में शिशु (भ्रूण) के विकास की जानकारी। कमेंट में बताएं आप को यह पोस्ट  (Fetal Growth in Hindi) कैसी लगी। अगर यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

पहली तिमाही के खत्म होने पर आप अपनी प्रेगनेंसी की खबर अपने दोस्तों और परिवार के अन्य सदस्‍यों को बता सकती हैं। क्यूंकि पहली तिमाही के बाद गर्भपात होने का खतरा कम हो जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न | FAQ about Iron Supplements in Hindi

Q. भ्रूण में सबसे पहले कौन सा अंग बनता है?

Ans. हृदय शरीर के विकास के दौरान बनने वाला पहला अंग है। इसके बाद बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी का विकास न्यूरल ट्यूब से होने लगता है। साथ ही साथ रक्त, परिवहन तंत्र भी बनने लगता है।

Q. भ्रूण की 16 कोशिका वाली अवस्था क्या कहलाती है?

Ans. भ्रूण की 16 कोशिका वाली अवस्था ब्लास्टोसिस्ट (blastocyst) या मोरुला (morula) कहलाती है।

Q. गर्भ में जीव कब आता है?

Ans. शिशु की दिल की धड़कन छठे सप्ताह तक आ जाती है, जो लगभग 150-170 प्रति मिनट तक होती है। शिशु की दिल की धड़कन वयस्क व्यक्ति के दिल की धड़कन से लगभग दो गुनी है। शिशु में दिल की धड़कन आते ही गर्भ में जीव बन जाता है।

Q. भ्रूण क्या है

Ans. भ्रूण एक बहुकोशिकीय जीव के विकास का प्रारंभिक चरण है। प्रेगनेंसी के आठवें सप्ताह तक की अवधि भ्रूण अवधि (embryonic period) कहलाती है।

Q. भ्रूण को भोजन किस माध्यम से मिलता है?

Ans. भ्रूण को भोजन प्लेसेंटा के माध्यम से मिलता है। प्लेसेंटा एक अंग है जो गर्भावस्था के दौरान आपके गर्भाशय में विकसित होती है। प्लेसेंटा गर्भ के अंदर बढ़ते बच्चे को ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्रदान करती है और अपशिष्ट को हटाती है।

Q. भ्रूण कहा स्थापित होता है

Ans. भ्रूण गर्भाशय की दीवारों के अंदर में पूरी तरह इम्प्लांट (स्थापित) होता है। आठवें सप्ताह तक आपका शिशु भ्रूण के रूप में जाना जाता है और इस सप्ताह के समाप्त होते ही भ्रूण शिशु का रूप ले लेता है। आठवां सप्ताह के अंत तक भ्रूण  करीब 1.7 सेंमी. लंबा और लगभग एक राजमा के आकर का हो गया है।

और पढ़ें – गर्भावस्था के दौरान 8 महत्वपूर्ण पोषक तत्व

Q. मानव भ्रूण विकास के चरण क्या हैं ? या भ्रूण कैसे बनता है?

Ans. मानव भ्रूण विकास के चरण:

गर्भावस्था की शुरुवात तब होती है जब पुरुष का शुक्राणु (sperm) महिला के अंडे (egg) को निषेचित (fertilize) करता है। फर्टिलाइजेशन होने के बाद फर्टिलाइज अंडा जायगोट (zygote) कहलाता है। जायगोट के बाद गर्भावस्था का पहला महीना शुरू हो जाता है। इस प्रकार गर्भ में सबसे पहले जायगोट का निर्माण होता है। जायगोट के बनते ही आपकी गर्भावस्था का पहला सप्ताह (महीना) शुरू हो जाता है।

जायगोट तेजी से कोशिकाओं (cells) की परतों में विभाजित (divide) होता है जिसमें फर्टिलाइज अंडा पहले 2 कोशिकाओं, 4 कोशिकाओं, 8 कोशिकाओं, 16 कोशिकाओं में बाटता हुआ गर्भ (womb) की दीवार में प्रत्यारोपित (implanted) होने लगता है।

कोशिकाओं में विभाजित होने के साथ ही जायगोट अब ब्लास्टोसिस्ट (blastocyst) या मोरुला (morula) कहलाता है। प्रेगनेंसी के तीसरे सप्‍ताह (गर्भावस्था के तीसरे हफ्ते) में ब्लास्टोसिस्ट गर्भाशय की दीवारों के अंदर में पूरी तरह इम्प्लांट हो जाता है।

इम्प्लांटेशन के दौरान आपको हल्‍की ब्लड स्‍पॉटिंग हो सकती है। इंप्‍लांट होते ही अब ब्लास्टोसिस्ट भ्रूण (embryo) कहलाता है, जो एक छोटी बॉल के रूप में होता है। प्रेगनेंसी के तीसरे सप्ताह (First Trimester Fetal Growth In Hindi) से ले कर प्रेगनेंसी के आठवें सप्ताह तक की अवधि भ्रूण अवधि (embryonic period) कहलाती है।

Q. 1 महीने का बच्चा कितना होता है?

Ans. गर्भावस्था के 1 महीने के अंत तक, आपका बच्चा लगभग 6-7 mm लंबा होता है जो एक चावल के दाने के आकार के बराबर होता है।

Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए।

इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।

और पढ़ें – प्रेगनेंसी में पौष्टिक आहार, जानें पूरा डाइट चार्ट

सन्दर्भ (References) 

इस ब्लॉग [WEB POST GURU: THE ULTIMATE GUIDE TO HEALTHY LIVING] में आने और पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद 

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