Benefits and Side effects of Caffeine | कैफीन के फायदे और नुकसान

कैफीन (Caffeine in Hindi) का सेवन स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभदायक होता है। कैफीन मुख्य रूप से वजन घटाने और सतर्कता बढ़ाने में मदद करता है। हालांकि, कैफीन का अधिक मात्रा में उपयोग करना स्वास्थ के लिए नुकसान भी हो सकता है। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कैफीन के फायदे और नुकसान (Benefits and Side effects of Caffeine in Hindi) को विस्तार से बता रहे हैं।

आइये अब इस पोस्ट को शुरू करते हैं।

कैफीन क्या होता है? | Meaning of caffeine in HindiBenefits and Side effects of Caffeine in Hindi

कैफीन एक कड़वा और उत्तेजक पदार्थ है जो प्राकृतिक रूप से पौधों की पत्तियों और बीजों में पाया जाता है। कैफीन को एक दवा के रूप में परिभाषित किया गया है क्योंकि यह मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करने का काम करता है।

कैफीन दुनिया की सबसे अधिक सेवन की जाने वाली साइकोएक्टिव दवा है जिसे लोग अक्सर कॉफी के रूप में पीते हैं। इसके अलावा कैफीन (Caffeine in Hindi) मुख्यतः चाय, कोको, सॉफ्ट ड्रिंक्स (शीतल पेय पदार्थों) और ऊर्जा देने वाले पेय पदार्थों में मौजूद होता है।

कैफीन सतर्कता को बढ़ाता है और थकान को दूर करने में मदद करता है। कैफीन ज्यादातर लोगों को एक अस्थायी ऊर्जा प्रदान करता है और उनके मूड को बढ़ाता है।

हालांकि, कैफीन की अधिक मात्रा गर्भावस्था, प्रजनन क्षमता, ग्लूकोज नियंत्रण और स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए कैफीने को लेने से पहले इसकी उचित मात्रा का पता होना जरुरी हैं।

कैफीन प्राकृतिक रूप से मिलने के साथ-साथ सिंथेटिक (मानव निर्मित) कैफीन भी बाजार में उपलब्ध है, जिसे कुछ दवाइयों, खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में डाला जाता है। 

उदाहरण के लिए, कुछ दर्द निवारक दवाएं, सर्दी की दवाएं, और सतर्कता बढ़ाने वाली दवाओं में सिंथेटिक कैफीन होता है।

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शरीर में कैफीन कैसे काम करती है? | Function of Caffeine in Hindi

Function of Caffeine in Hindi
शरीर में कैफीन कैसे काम करती है?
 
कैफीन (Caffeine in Hindi) केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करने का काम करता है। जब कैफीन आपके मस्तिष्क तक पहुंचता है, तो यह आपकी सतर्कता को बढ़ाता है। जिसके चलते आप अधिक जागृत और कम थका हुआ महसूस करते हैं साथ ही कैफीन नींद को कम करने, सिरदर्द और माइग्रेन के इलाज में दवाई के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है।
 
वैज्ञानिकों के अनुसार कैफीन तीन तरीकों से हमारे शरीर में काम करता है –

1. कैफीन एडेनोसाइन के प्रभाव को अवरुद्ध करता है- Caffeine blocks adenosine

एडेनोसाइन (Adenosine) अणु (molecule) शरीर में स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होते हैं और जब यह एडेनोसाइन अणु मस्तिष्क के रिसेप्टर्स के साथ जुड़ते हैं तो आपको थकान और दर्द महसूस होने लगता है।
 
क्योंकि कैफीन और एडेनोसाइन की संरचना समान होती है, जिसकारण कैफीन एडेनोसाइन की जगे मस्तिष्क के रिसेप्टर्स के साथ जुड़ जाता है जिससे थकान और दर्द दोनों की संवेदनाएं कम हो जाती हैं और आप ऊर्जावान महसूस करते हैं।

2. कैफीन मांसपेशियों से कैल्शियम को मुक्त करता है- Caffeine releases calcium from muscle cells

कैफीन (Caffeine in Hindi), मांसपेशियों की कोशिकाओं से कैल्शियम को मुक्त कर मांसपेशियों को संकुचित करती है जिससे मांसपेशियों को ऊर्जा मिलती है और थकान, नींद और दर्द कम हो जाता है।

3. कैफीन कैटेकोलामाइन के स्तर को बढ़ाता है – Caffeine increases catecholamine levels

कैफीन कैटेकोलामाइन (Catecholamines) हॉर्मोन के स्तर को बढ़ाती है। कैटेकोलामाइन शरीर में मौजूद वसा को तोड़ने में मदद करता है। वासा के टूटने से ऊर्जा मिलती है। इस ऊर्जा से शरीर की थकान, नींद और दर्द कम होता है।

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कैफीन के स्रोत | What are the sources of caffeine in Hindi

कैफीन के मुख्य स्रोत निम्नलिखित हैं –
  • कॉफी
  • चाय
  • कोला
  • एनर्जी ड्रिंक
  • चॉकलेट
  • डार्क चॉकलेट
  • कैंडीज
  • स्नैक्स
  • च्यूइंग गम
  • सोडा
  • ग्रीन चाय
  • काली चाय
  • फ्रॉस्टिंग के साथ चॉकलेट केक
  • ऊर्जा प्रदान करने वाले पेय

चलिए अब कैफीन के फायदे और नुकसान (Benefits and Side effects of Caffeine) को समझते हैं।

कैफीन के फायदे | Benefits of Caffeine in Hindi

कैफीन के फायदे और नुकसान

यहां हम कैफीन के स्वास्थ्य संबंधी फायदे (caffeine ke fayde in Hindi) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आपको कैफीन के उचित उपयोग को समझने में मदद मिल सकती है। अगर हम कैफीन की उचित मात्रा का सेवन करें तो यह हमें निम्नलिखित फायदा पंहुचा सकती है। जिसमें कैफीन –
  • ऊर्जा के स्तर में सुधार करती है।
  • वजन घटाने में मदद करती है।
  • अल्जाइमर रोग से बचाती है।
  • पार्किंसंस रोग के जोखिम को कम करती है।
  • मधुमेह को नियंत्रित करती है।
  • डिप्रेशन दूर करती है।
  • लिवर की रक्षा करने में मदद करती है।
  • सिरदर्द कम करती है।

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1. कैफीन के फायदे ऊर्जा के स्तर में सुधार करने में (Benefits of caffeine to improve Energy Levels in Hindi)

कॉफी (कैफीन) थकान कम करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने (Caffeine in Hindi) में मदद करती है। कॉफी पीने के बाद, कॉफी में मौजूद कैफीन रक्त में अवशोषित हो जाती है और मस्तिष्क तक पहुँचती है।

मस्तिष्क में कैफीन एडेनोसाइन को अवरुद्ध करती है। जिससे थकान और दर्द दोनों की संवेदनाएं कम हो जाती हैं और आप ऊर्जावान महसूस करते हैं।

कई अध्ययनों से पता चलता है कि कॉफी मस्तिष्क के कार्य के विभिन्न पहलुओं में सुधार करती है जिसमें स्मृति, मनोदशा, सतर्कता, ऊर्जा स्तर और सामान्य मानसिक कार्य शामिल हैं।

2. कैफीन के लाभ वजन घटाने में (Caffeine benefits to help weight loss in Hindi)

कैफीन कई तरह से वजन घटाने (Caffeine ke fayde in Hindi) में मदद करती है, जिसमें मेटाबोलिस्म (चयापचय) को स्वस्थ रखना विशेष रूप से शामिल है।

कई अध्ययनों से पता चलता है कि कैफीन आपके चयापचय दर को 3-11% तक बढ़ा सकती है।

शोध में माना गया है कि जो लोग मोटापे से ग्रस्त होते हैं उनके कैफीन के नियमित रूप से सेवन करने से उनके मोटापे में कमी आती है।

एक अन्य शोध में कैफीन को चर्बी और बढ़े हुए वजन को कम करने में उपयोगी माना गया है। हालांकि, यह संभव है कि लंबे समय तक कॉफी (कैफीन) पीने वालों में ये प्रभाव कम हो जाएं।

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3. कैफीन के प्रभाव अल्जाइमर रोग से बचाने में (Benefits caffeine for Alzheimer’s Disease in Hindi)

अल्जाइमर मस्तिष्क की तंत्रिका को प्रभावित करने वाला रोग है। यह रोग वृद्ध आयु वाले लोगो में ज्यादा देखा जाता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति का दिमाग ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाता है और उनकी याददाश्त बहुत कमजोर हो जाती है।

याददाश्त कमजोर होने के कारण वह चीजें भूलने लगते हैं जिससे उनकी दैनिक दिनचर्या धीरे-धीरे खराब होने लगती है।

कई अध्ययनों से पता चलता है कि कॉफी पीने वालों में अल्जाइमर रोग का जोखिम 65% तक कम हो सकता है।

4. कैफीन के फायदे पार्किंसंस रोग के जोखिम को कम करने में (Benefits of caffeine for Parkinson’s disease in Hindi)

पार्किंसन रोग सेंट्रल नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी से संबंधित एक बीमारी है। इस बीमारी में उन तंत्रिका कोशिकाओं पर काफी बुरा प्रभाव पड़ सकता है जो शरीर में डोपामाइन का स्राव करने के लिए जिम्मेवार होती हैं।

डोपामाइन एक तरह का केमिकल है जो तंत्रिकासंचारकों को ठीक तरह से काम करने में मदद करती है। डोपामाइन की कमी के कारण  शरीर में कम्पन सी होने लगती है।  

अध्ययनों से पता चलता है कि कैफीन (कॉफी और ग्रीन टी) पीने वालों में पार्किंसंस रोग का जोखिम बहुत कम (Caffeine ke fayde) रहता है, कॉफी की नियमित मात्रा में सेवन करने से पार्किंसन के जोखिम में लगभग 32-60% तक की कमी आ सकती है।

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5. कैफीन के लाभ मधुमेह को नियंत्रित करने में (Benefits of caffeine for diabetes in Hindi)

लोगो में टाइप 2 मधुमेह का होना एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, कैफीन ब्लड में शुगर के स्तर में कमी लती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने 4 हफ़्तों तक कैफीन का सेवन किया था उनके खून में इन्सुलिन की मात्रा में बढ़ोतरी मिली थी।

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6. कैफीन के फायदे डिप्रेशन कम करने में (Caffeine benefits to reduce depression in Hindi)

अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि जो लोग नियमित रूप से कॉफी (कैफीन) पीते हैं उनमें अल्जाइमर और डिमेंशिया विकसित होने की सम्भावना कम हो जाती है और साथ ही आत्महत्या के जोखिम में भी लगभग 45 प्रतिशत तक की कमी भी आती है।

7. कैफीन के लाभ लिवर की रक्षा करने में (Advantages of caffeine to protect the liver in Hindi)

कई बीमारियां ऐसी हैं जो मुख्य रूप से यकृत को प्रभावित करती हैं, जिनमें हेपेटाइटिस और फैटी लीवर मुख्य रूप से शामिल हैं। ऐसी बीमारियां लिवर सिरोसिस का कारण बन सकती है।

हालांकि दिलचस्प बात यह है कि कैफीन की उचित मात्रा लिवर सिरोसिस से बचा सकती है। जो लोग प्रतिदिन 2-4 कप कॉफी पीते हैं उनमें 80% तक कम जोखिम होता है।

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8. कैफीन के प्रभाव सिरदर्द कम करने में (Benefits of caffeine for headache in Hindi)

शोध में पाया गया कि 130 मिलीग्राम कैफीन का सेवन तनाव के कारण होने वाले सिर दर्द से राहत दिला में मदद कर सकता है।

वहीं, माइग्रेन की समस्या में इसका सेवन करने पर यह दर्दनिवारक दवा के प्रभाव को बढ़ाने का काम कर सकता है।

कैफीन का उपयोग तनाव, चिंता और अनिद्रा से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। हालांकि एक अध्ययन में यह भी दावा किया गया है कि अधिक कॉफी पीना भी माइग्रेन का कारण बन सकता है।

शरीर में कैफीन के नुकसान – Side effects of caffeine in Hindi

कैफीन के खतरे (Caffeine Ke Nuksan in Hindi) निम्नलिखित हैं –
  • कुछ शोध से पता चलता है कि कैफीन फैलोपियन ट्यूब (Female reproductive system) में मौजूद मांसपेशियों की गतिविधि को कम (Side effects of caffeine in Hindi) कर सकती है। यह मांसपेशियां अंडाशय से गर्भ तक अण्डों को ले जाने का काम करती है। जिसका मतलब यह माना जा सकता है कि कैफीन महिला के गर्भवती होने की संभावना को कम कर सकती है या गर्भवती होने पर उसके गर्भ को नुकसान पंहुचा सकती है।
  • यदि आप पहले से ही तनाव, उच्च रक्तचाप, नींद की समस्या, गैस और पेट में अल्सर जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं तो कैफीन का सेवन बिलकुल भी ना करें। यह आपकी इन समस्याओं को और भी ख़राब कर सकती है।
  • यदि आप पहले से ही पाचन सम्बन्धी रोग से पीड़ित हैं, तो कैफीन पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ा सकती है। जिससे आपका पेट खराब हो सकता है।
  • कैफीन की उच्च मात्रा चिंता और घबराहट जैसे लक्षणों को बड़ा सकती है।
  • कॉफी पीने से आपको बार बार पेशाब भी जाना पड़ सकता है। जिससे आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी की कमी किडनी को नुकसान पंहुचा सकती है।
  • अध्ययनों के अनुसार एक दिन में 300 मिलीग्राम से अधिक कैफीन, या लगभग तीन कप कॉफी निम्न समस्याओं (नुकसान) को जन्म दे सकती हैं:
    • गर्भपात होना
    • भ्रूण की कम वृद्धि होना
    • भ्रूण की हृदय धड़कन का असामान्य होना

कैफीन से किसे बचना चाहिए? | Who should avoid caffeine in Hindi?

निम्नलिखित व्यक्तियों को कैफीन की मात्रा का उपयोग सीमित करना चाहिए। जिनमें –
  • स्तनपान करा रही महिलाऐं,
  • नींद संबंधी विकार वाले व्यक्ति,
  • माइग्रेन या अन्य पुराने सिरदर्द से पीड़ित व्यक्ति,
  • उच्च रक्तचाप वाले व्यक्ति,
  • एंटीबायोटिक्स या अस्थमा की दवाएं लेने वाले व्यक्ति,
  • हृदय की दवाएं लेने वाले व्यक्ति।
आदि शामिल हैं।
 

पेय पदार्थों में कैफीन की मात्रा – Caffeine amount in drinks in Hindi

फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) एक दिन में अधिकतम 300-400 मिलीग्राम या दो से तीन कप कॉफी का सेवन करने की सलाह देते हैं। 

 

एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन का उपयोग अन्य ड्रिंक्स के मुकाबले अधिक मात्रा में किया जाता है। इसलिए कैफीन की मात्रा का हमेशा ध्यान रखें।

कॉफी की “फली” (बीन) कैफीन का प्रमुख स्रोत है। कॉफी की फली कॉफी पौधे का बीज होता है, जिससे कॉफी तैयार की जाती है।

चाय, कैफीन का एक अन्य आम स्रोत है। हालांकि कॉफी की तुलना में चाय में अधिक कैफीन होती है, लेकिन एक विशेष प्रकार के बनाने के तरीके के कारण कैफीन की मात्रा चाय में बहुत कम हो जाती है।

इसके अलावा शीतल पेय, जैसे कि कोला में भी कैफीन मिलती है साथ ही एनर्जी ड्रिंक जैसे रेड वुल में कैफीन की मात्रा अन्य ड्रिंकस की तुलना में अधिक होती है।

कॉफी में कैफीन की मात्रा – Caffeine content in coffee in Hindi

 

Coffee drinks

Size in oz. (mL)

Caffeine (mg)

Brewed

8 (237)

96

Brewed, decaf

8 (237)

2

Espresso

1 (30)

64

Espresso, decaf

1 (30)

0

Instant

8 (237)

62

Instant, decaf

8 (237)

2

चाय में कैफीन की मात्रा – Caffeine content in tea in Hindi

Teas

Size in oz. (mL)

Caffeine (mg)

Brewed black

8 (237)

47

Brewed black, decaf

8 (237)

2

Brewed green

8 (237)

28

Ready-to-drink, bottled

8 (237)

19

सोडा में कैफीन की मात्रा – Caffeine content in soda in Hindi

Sodas

Size in oz. (mL)

Caffeine (mg)

Citrus (most brands)

8 (237)

0

Cola

8 (237)

22

Root beer (most brands)

8 (237)

0

एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन की मात्रा – Caffeine content in energy drinks in Hindi

Energy drinks

Size in oz. (mL)

Caffeine (mg)

Energy drink

8 (237)

29

Energy shot

1 (30)

215

कैफीन के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – Caffeine FAQs in Hindi

प्रश्न. कॉफी में कौन सा उत्तेजक पदार्थ पाया जाता है?
उत्तर. कॉफी में कैफीन नामक उत्तेजक पदार्थ पाया जाता है। कैफीन सतर्कता को बढ़ाता है और थकान को दूर करने में मदद करता है। कैफीन ज्यादातर लोगों को एक अस्थायी ऊर्जा प्रदान करता है।
 
प्रश्न. चाय में कौन सा हानिकारक पदार्थ पाया जाता है?
उत्तर. चाय-कॉफी में पैमिन और कैफीन नामक पदार्थ पाया जाता है चाय-कॉफी के अधिक सेवन से पाचनशक्ति कमजोर होती है जो शरीर में नकरात्मक प्रभाव डालती है। 
 
प्रश्न. चाय और कॉफी में क्या पाया जाता है?
उत्तर. कॉफी और चाय में कैफीन नामक पदार्थ पाया जाता है।
 
प्रश्न. चाय की पत्ती में क्या पाया जाता है?
उत्तर. चाय में कैफीन और टैनिन होते हैं, जो स्टीमुलेटर का कार्य करते हैं जिससे शरीर में फुर्ती आती है।
 
प्रश्न. चाय में कौन सा नशा पाया जाता है?
उत्तर. चाय में पैमिन और कैफीन नामक पदार्थ पाए जाते हैं। कैफीन एक प्रकार का नशा है जो हमें अस्थायी ऊर्जा प्रदान करता है।
 
प्रश्न. चाय में पाया जाने वाला उत्तेजक पदार्थ है?
उत्तर. चाय में कैफीन नामक उत्तेजक पदार्थ पाया जाता है। यह मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करने का काम करता है।
 
प्रश्न. चाय में कौन सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर. चाय में पैमिन नामक अम्ल पाया जाता है। चाय-कॉफी के अधिक सेवन से पाचनशक्ति कमजोर होती है जो शरीर में नकरात्मक प्रभाव डालती है।
 
प्रश्न. चाय में कौन सा मादक पदार्थ पाया जाता है?
उत्तर. चाय में कैफीन नामक मादक पदार्थ पाया जाता है जो हमें अस्थायी ऊर्जा प्रदान करता है।
 
प्रश्न. कैफीन युक्त पदार्थ क्या हैं? या कैफीन किसमें पाया जाता है?
उत्तर. कैफीन मुख्यतः कॉफी, चाय, कोला, एनर्जी ड्रिंक, चॉकलेट, सोडा, ग्रीन चाय और ऊर्जा प्रदान करने वाले पेय पदार्थों मैं मिलता है।
 

ये हैं कैफीन के फायदे और नुकसान  (Benefits and Side effects of Caffeine) की पूरी जानकारी। कमेंट में बताएं आपको वेब पोस्ट गुरु की यह पोस्ट कैसी लगी। अगर यह पोस्ट पसंद आई हो तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करें।

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Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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