Constipation (कॉन्स्टिपेशन) जिसे हिंदी भाषा में कब्ज कहते हैं एक पाचन सम्बन्धी विकार है। कब्ज होने के कई कारण हो सकते हैं जिसमें प्रमुख हैं फाइबर युक्त आहार का सेवन कम करना और पर्याप्त पानी ना पीना।
उच्च फाइबर आहार (खाद्य पदार्थ) ना केवल कब्ज दूर करते हैं बल्कि - वजन कम करने ,कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने, कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करने, ब्लड शुगर नियंत्रित करने, हृदय स्वस्थ बनाए रखने आदि में भी मदद करते हैं।
कब्ज में ऐसे फलों का सेवन करना चाहिए जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो। उच्च फाइबर फल में शामिल हैं-
नाशपाती एक मीठा फल है जो विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, साथ ही इसमें बहुत सारा फाइबर और पानी भी होता है, जो कब्ज दूर करने में मदद करता है।
प्रतिदिन दो किवी खाने से कब्ज और पेट की सूजन में सुधार होता है। इसके अलावा किवी gastrointestinal संबंधी लक्षणों को कम करने में मदद करता है जैसे पेट की गैस, पेट दर्द, खट्टी डकार आदि।
स्ट्रॉबेरी एक स्वादिष्ट फल है। यह फाइबर का अच्छा स्रोत होने के साथ ही इसमें विटामिन सी, मैग्नीज और अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। स्ट्रॉबेरी में मौजूद ये सभी तत्व कब्ज दूर करने में मदद करते हैं।
आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाने और कब्ज को कम करने के लिए सेब का सेवन किया जा सकता है। सेब में मौजूद सर्बिटोल, फाइटोकेमिकल्स और फाइबर पेट की सफाई करने में मदद करते हैं।
पपीते में पोटैशियम, कैल्शियम फोलेट, विटामिन ए, ई और सी की अच्छी मात्रा होती है जो कब्ज दूर करने लिए जरुरी हैं। नियमित रूप से पपीता खाने से आंतों की अच्छी तरह से सफाई हो जाती है और कब्ज की परेशानी दूर होती है।
सूखे पल्म में सोल्युबल फाइबर मौजूद होते हैं। ये सोल्युबल फाइबर पानी को अवशोषित करने और मल को आपस में जोड़ने में मदद करते हैं। जिससे कब्ज की समस्या दूर होती हैं।
कब्ज से राहत पाने के लिए ब्लैकबेरी और रास्पबेरी एक उपयुक्त फल हैं। इन फलों में फाइबर, कैल्शियम, जिंक और साथ ही विटामिन ए, विटामिन सी, बी ६ जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
कब्ज में क्या खाएं और क्या ना खाएं