Cinnamon in Hindi : आयुर्वेद में दालचीनी का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है जो अनेक बीमारियों से लड़ने में मदद करती है। जिसकारण यह स्वस्थ के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। इस पोस्ट में – दालचीनी के फायदे (Dalchini Ke Fayde), दालचीनी के उपयोग और इसके अधिक सेवन से होने वाल नुकसान (दालचीनी के नुकसान) को विस्तार से बताया है।
दालचीनी क्या है? | Cinnamon in hindi meaning
दालचीनी (सिनेमन) मुख्यतः पेड़ की एक छाल है। यह भूरे रंग की मुलायम और चिकनी होती है। जो सूख जाने के बाद रोलनुमा हो जाती है। इसकी हल्की मीठी खुशबू और स्वाद ही इसकी पहचान है।
दालचीनी की तासीर गर्म होती है। घरों में दालचीनी का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है। जो भोजन के स्वाद और खुशबू दोनों को बढ़ाता है साथ ही इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की दवाएँ बनाने में भी किया जाता है।
आज के समय में दालचीनी का उपयोग चाय के रूप में भी होता है। जो बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक होती है। हालांकि इसका अधिक सेवन स्वस्थ के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
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दालचीनी में मौजूद पौष्टिक तत्व (Cinnamon Nutritional Value in Hindi)
दालचीनी में कई प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्व (Cinnamon in Hindi) होते हैं, जिनमें निम्नलिखित विटामिन और खनिज शामिल हैं:
100 ग्राम दालचीनी में पोषक तत्व
पोषक तत्व |
मात्रा |
|
प्रोटीन |
0.08 g |
|
फैट |
0.06 g |
|
कोलेस्ट्रॉल |
0 mg |
|
कार्बोहाइड्रेट |
1.89 g |
|
विटामिन A |
295 IU |
|
विटामिन C |
3.85 mg |
|
विटामिन E |
2.31 mg |
|
विटामिन K |
31.15 µg |
|
फोलेट्स |
6.15 µg |
|
आयरन |
8.46 mg |
|
कैल्शियम |
1001.92 mg |
|
मैग्नीशियम |
60 mg |
|
जिंक |
1.92 mg |
|
मैंगनीज |
17.31 mg |
|
फॉस्फोरस |
63.85 mg |
|
दालचीनी चाय के फायदे | Dalchini Ke Fayde
दालचीनी में एंटी-बैक्टेरियल (Anti-bacterial) और एंटी-माइक्रोबायल (Anti-microbial) जैसे गुण (दालचीनी चाय बेनिफिट्स) होते हैं। जिस कारण यह हमारे स्वास्थ के लिए बेहद ही फायदेमंद है। जो मधुमेह को नियंत्रित करने के साथ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करती है।
इसके अतिरिक्त दालचीनी वजन को कम करने, पाचन को स्वस्थ्य बनाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, दिमाग को मजबूत बनाए रखने आदि में भी मदद करती है। तो चलिए अब इन फायदों को एक-एक करके समझते हैं।
दालचीनी को गर्म पानी में डालकर या चाय के रूप में भी पिया जा सकता है जिसके निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं।
गर्म पानी में दालचीनी पीने के फायदे/ दालचीनी चाय के फायदे
- बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण से लड़ने में,
- दिमाग को मजबूत बनाए रखने में,
- कैंसर के बचाव में,
- मधुमेह को नियंत्रित करने में,
- वजन कम करने में,
- जोड़ों के दर्द से राहत पाने में,
- पाचन स्वास्थ्य को मजबूत करने में,
- कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड कम करने में,
- प्रेगनेंसी में,
- पुरषों की फिजिकल पॉवर बढ़ाने में,
- थायराइड में।
Cinnamon Tea Benefits In Hindi |
1. संक्रमण से लड़ने में दालचीनी खाने का फायदा – Dalchini Ke Fayde in Hindi
दालचीनी में एंटी-बैक्टीरियल (Anti-bacterial) और एंटी-फंगल (Anti-fungal) जैसे गुण होते हैं। जो विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ने में मदद कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। दालचीनी चाय लिस्टेरिया (Listeria) और साल्मोनेला (salmonella) जैसे हानिकारक बैक्टीरिया के संक्रमण को हमारे शरीर में आने से रोकता है।
शोध के अनुसार, दालचीनी की चाय (दालचीनी चाय बेनिफिट्स) में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया से होने वाले मुँह के इंफेक्शन को बचाने में मदद (Advantages of cinnamon tea in Hindi) कर मुँह से आने वाली दुर्गंध को रोकती है।
इसके अलावा, दालचीनी चाय में एंटी-फंगल गुण शरीर में होने वाले फंगल संक्रमण और उससे संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद करती है। दालचीनी की तासीर गर्म होने के कारण सर्दियों में इसका उपयोग सर्दी-जुकाम के इलाज में भी किया जा सकता है।
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2. दालचीनी का उपयोग दिमाग को मजबूत करने में – Benefits of cinnamon tea in Hindi
दालचीनी चाय में सिनामाल्डिहाइड (Cinnamaldehyde) और एपिक्टिन (Epicatechin) जैसे यौगिक (Benefits of cinnamon tea in Hindi) पाई जाते हैं। जो अल्जाइमर (भूलने की बिमारी) और पार्किंसंस (नर्वस सिस्टम का एक विकार जिसके प्रमुख लक्षण शरीर में कपकपी होना है।) जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकती है।
यह एक प्रकार का न्यूरोलॉजिक डिसऑर्डर (Neurological disorder) है। जिसमें तत्रिका तंत्र ख़राब हो जाता है। जिसके कारण मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं और यादाश कमजोर और साथ ही व्यवहार में बदलाव आने लगता है।
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3. दालचीनी के लाभ कैंसर के बचाव में – Cinnamon Tea benefits in Hindi
दालचीनी में फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids) नामक एंटी-ऑक्सिडेंट (Anti-oxidant) गुण होता है। जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (तनाव) से हमारे शरीर की कोशिकाओं को मरने से बचाती हैं। इसलिए नियमित रूप से दालचीनी की चाय पीने से यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से हमें बचा सकती हैं।
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4. शुगर में दालचीनी के फायदे – Advantages of Cinnamon Tea in Hindi
एक रिसर्च के अनुसार दालचीनी में पॉलीफेनॉल्स (Polyphenols) पाया जाता है। जिसका एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक (Anti-hyperglycemic) गुण (Benefits of cinnamon tea in Hindi) इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ाता है। जिससे ब्लड में ग्लूकोज (शुगर) का लेवल कम होने लगता है और डायबिटीज कुछ हद तक नियंत्रित हो जाती है।
कई अध्ययनों में दालचीनी के मधुमेह-विरोधी (Anti-diabetic) प्रभावों की पुष्टि हुई है। जिसमें ब्लड ग्लूकोस फास्टिंग के स्तर में लगभग 10-29% तक की कमी दर्ज की गई है। इसलिए नियमित रूप से दालचीनी चाय का सेवन किया जाए तो यह मधुमेह को कुछ हद तक नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
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5. वजन कम करने में दालचीनी का उपयोग – Dalchini Ke upyog in Hindi
दालचीनी चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) तत्व ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) और कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करता है। जिससे आपका अतिरिक्त वजन नहीं बढ़ता है।
दालचीनी (Dalchini chai ke fayde) में एंटी-ओबेसोजेनिक (Anti-obesogenic) गुण वाले पॉलीफेनोलिक यौगिक (Polyphenolic compounds) प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जो प्राकृतिक रूप से वजन कम करने में मदद करते हैं।
सुबह के वक्त दालचीनी की चाय पीने से मेटाबॉलिज्म (Metabolism) और पाचन (Digestion) में सुधार होता है। जिससे मोटापे को कम करने में मदद मिलती है।
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6. दालचीनी के लाभ जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने में – Dalchini Ke Fayde in Hindi
दालचीनी में सिनेमैल्डिहाइड (Cinnamaldehyde) नामक पदार्थ पाया जाता है जिनमें एंटी-ऑक्सिडेंट (Anti-oxidant) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण (Benefits of cinnamon tea in Hindi) होने के कारण यह शरीर में मौजूद यूरिक एसिड (Uric acid) को कम कर सूजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
इसलिए दालचीनी की चाय को जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
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7. दालचीनी के औषधीय उपयोग पाचन को मजबूत करने में – Cinnamon tea uses for digestion in Hindi
दालचीनी चाय में मौजूद फ्लेवोनॉइड यौगिक (Flavonoids compound) पाचन एंजाइमों (Digestive enzymes) के साथ मिलकर भोज्य पदार्थों को अधिक कुशलता से तोड़ता है। जिससे आपका पाचन ठीक से हो पता है और आपको गैस, कब्ज और अपच जैसी दिकक्तों से छुटकारा मिलता है।
दालचीनी चाय में मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट (Anti-oxidant) गुण पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है और साथ ही दालचीनी की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण होने के कारण यह पेट की मरोड और सूजन को कम करता है और पेट की मांसपेशियों को शांत करने में भी मदद करता है।
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8. गर्म पानी में दालचीनी के फायदे – Dalchini Ke Fayade in Hindi
9. प्रेगनेंसी में दालचीनी के फायदे – Dalchini ke fayde in pregnancy
गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित हो जाता है। इनमें उच्च परे वाली मछली, कच्चे अंडे और अधपके मांस शामिल हैं। पर क्या गर्भावस्था में दालचीनी का सेवन करना चाहिए या नहीं। सौभाग्य से, दालचीनी इस सूची में नहीं है।
गर्भावस्था में दालचीनी उपयोग करने से पेट संबंधी विकार और मधुमेह जैसी कई समस्याओं से दूर हो सकती हैं।
10. दालचीनी के फायदे पुरुषों के लिए – Cinnamon Milk Benefits in Hindi
पुरुषों को यदि अपनी फिजिकल पॉवर बढ़ानी हो तो वह दालचीनी को दूध मैं मिला के पी सकते हैं। इसके अलावा दालचीनी और दूध का सेवन पुरुषों में यौन शक्ति को भी बढ़ा सकती है।
11. थायराइड में दालचीनी के फायदे – Benefits of cinnamon in thyroid in Hindi
थायराइडाइटिस थायरॉयड ग्रंथि की सूजन है जिससे थायराइड हार्मोन का अधिक या कम उत्पादन हो सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि यदि दालचीनी का अर्क को नियमित रूप से पीने से यह थायरॉइड ग्रंथि की सूजन को कम करने में लाभकारी हो सकता हैं।
दालचीनी की चाय कहां से खरीदें? (Where to buy cinnamon tea in Hindi)
दालचीनी की चाय कैसे बनाये? (How to make cinnamon tea in Hindi)
दालचीनी चाय बनाने का तरीका (Cinnamon tea recipe in Hindi)
- सॉस पैन में ढाई कप पानी उबालें,
- अब उसमें 1 दालचीनी का टुकड़ा या 1 चमच्च दालचीनी पाउडर डाल दें,
- फिर 8-10 मिनट तक पानी को उबलने दें,
- उबलने के बाद 15 मिनट पानी को ढक दें,
- फिर इस चाय को छान लें,
- अगर मन हो, तो आप स्वादानुसार 1 चमच्च शहद भी डाल लें,
- बस तैयार है आपकी दालचीनी की चाय।
दालचीनी का उपयोग कब और कितना करें (Use of Cinnamon Tea in Hindi)
दालचीनी की खुराक
दालचीनी के नुकसान (Dalchini Ke Nuksan in Hindi)
दालचीनी के हानिकारक प्रभाव (Cinnamon tea side effects in Hindi)
- अधिक मात्रा में दालचीनी चाय का सेवन यकृत (Liver) के लिए हानिकारक हो सकता है।
- दालचीनी की चाय के अधिक सेवन से यह कभी-कभी शरीर में एलर्जी कर देती है जिससे खाँसी, छींक और साँस लेने में कठिनाई होती है। इसलिए अस्थमा से पीड़ित लोगों को भी इसका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
- दालचीनी चाय से कुछ लोगों की त्वचा में जलन (Side effects of cinnamon tea in Hindi) होने लगती है। इसलिए, दालचीनी की चाय पीते समय बहुत सावधानी बरतें।
- बहुत अधिक दालचीनी का सेवन करने से यह आपके शरीर में शर्करा (Sugar) के स्तर को गिरा सकता है। जिससे आपको चक्कर और थकान का अनुभव हो सकता है।
- दालचीनी में सिनेमैल्डिहाइड (Cinnamaldehyde) नामक पदार्थ होता है जो मुंह के छाले और मसूड़ों में जलन और खुजली का कारण बन सकता है।
दालचीनी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | Cinnamon FAQ in Hindi
Ans. दालचीनी और जीरा मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद कर सकते हैं। जिससे आपका पाचन क्रिया ठीक होती हैं। इसके अलावा
दालचीनी और जीरा का सेवन तेजी से फैट बर्न करने में मदद कर सकता है।
Q. अर्जुन की छाल और दालचीनी के फायदे क्या हैं?
Ans. अर्जुन की छाल और दालचीनी पीने से यह पाचन विकार से राहत देता है, हृदय स्वस्थ को बनाए रखता है, जोड़ो के दर्द में आराम देता है, अल्सर घांव सुखाने में मदद करता है, शुगर लेवल कंट्रोल में रखता है, बेड कोलेस्ट्रॉल कम करता है, रक्त पतला करने में मदद करता है और मजबूद इम्युनिटी प्रदान करता है।
Q. दालचीनी और शहद के फायदे क्या हैं?
Ans. दालचीनी और शहद का मिश्रण कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में मदद करता है और साथ ही हार्ट अटैक के जोखिम से बचाता है. यदि आप रोज दालचीनी पाउडर और शहद के पेस्ट को ब्रेकफास्ट में खाएं तो यह गठिया रोग के दर्द में भी राहत दिला सकता है।
Q. दालचीनी और लौंग के फायदे क्या हैं?
Ans. दालचीनी और लौंग उल्टी-दस्त की समस्या में काफी लाभदायक मानी जाती है साथ ही यह भोजन को पचाने में भी अच्छा माना जाता है। इसके अलावा दालचीनी और लौंग ठंडी हवा लगने या सर्दी जुखाम के कारण होने वाले सिरदर्द में भी फायदेमंद मानी जाती है।
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References (सन्दर्भ)
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