प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए? शायद यह प्रश्न हर एक गर्भवती के मन में रहता होगा। अगर आपको ऐसे आहारों के बारे में जानकारी नहीं है जो प्रेगनेंसी में अस्वस्थ करे, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हमने इस पोस्ट (Foods to avoid during pregnancy) के माध्यम से हमने 11 ऐसी चीजों के बारे में बताया है जो प्रेगनेंसी दौरान नुकसान दायक हो सकती हैं। ताकि आप और आपके गर्भ में पल रहे शिशु दोनों ही स्वस्थ रहें।
प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए – 11 Foods to avoid during pregnancy in Hindi
महिला के जीवन में गर्भावस्था (Pregnancy) कभी न भूले जाने वाला एक खूबसूरत पल है। शिशु के अच्छे विकास और आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आपका आहार एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
गर्भावस्था के दौरान, डाक्टर आपको पौष्टिक खाना लेने की सलाह देते हैं। इसलिए प्रेगनेंसी में पौष्टिक आहार लेना बहुत जरुरी है। लेकिन कभी-कभी कुछ आहार ऐसे होते हैं जो आप अनजाने में खा लेती हैं और आगे चल के आपके गर्भ में पल रहे शिशु के लिए वह हानिकारक हो जाता है। ऐसे में आपको यह पता होना चाहिए कि प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना (Pregnancy diet in Hindi) चाहिए चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर रहती है और जिस कारण मां और बच्चे दोनों को संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। संक्रमण होने का सबसे बड़ा कारण आपका गलत आहार भी हो सकता है। तो चलिए अब समझते हैं कि प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए ताकि आप और आपका शिशु स्वस्थ रहे।
खाद्य पदार्थ जो गर्भावस्था में ना खाएं
कच्चा दूध,
बहुत तेल-घी वाले खाने,
कच्ची मछली, कच्चे मांस और कच्चे अंडे,
जंक फूड, ऑनलाइन फ़ूड और डब्बा बंद जूस,
बासी कच्चे स्प्राउट्स,
बिना धुली सब्जियां और फल,
कैफीन,
जरुरत से ज्यादा मसालेदार खाना,
अत्यधिक मीठी चीजें,
उच्च पारे वाली मछलियां,
पपीता।
1. प्रेगनेंसी में ना पिए कच्चा दूध – Avoid unpasteurized milk during pregnancy in Hindi
दूध एक ऐसा तरल पदार्थ है जिसमें कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है जो आपके स्वास्थ और शिशु के अच्छे विकास दोनों के लिए लाभदायक होता है। हालांकि दूध में लिस्टिरिया और E. Coli जैसे खतरनाक बैक्टीरिया भी हो सकते हैं। जिससे आपको और आपके शिशु दोनों को बैक्टिरीयल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है और जिसके चलते आप उल्टी, बुखार, दस्त, डिहाइड्रेशन, गुलियन-बैरे सिंड्रोम और हीमोलिटिक यूरिमिक सिंड्रोम जैसे लक्षण अनुभव करती हैं। हालांकि पाश्चराइज्ड मिल्क यानी उबाला हुआ दूध में यह बैक्टीरिया नहीं होते हैं। क्योंकि दूध को उबालने पर यह बैक्टीरिया मर जाते हैं। इसलिए डॉक्टर आपको पाश्चराइज्ड मिल्क पीने और अनस्पेशराइज्ड (Foods to avoid in pregnancy in Hindi) दूध (यानी बिना उबाला हुआ कच्चा दूध) ना पीने की सलाह देते हैं।
2. प्रेगनेंसी मेंनहीं खाना चाहिए बहुत तेल-घी वाले खाने – Avoid too much oil during pregnancy in Hindi
अधिक तेल-घी वाले खाने बहुत ही स्वादिष्ट होते हैं और आज की पीढ़ी ऐसा खाना बहुत पसंद भी करती हैं पर यदि आप प्रेगनेंसी के समय अधिक मात्रा में तेल और घी का सेवन करेंगी तो आपके मोटापे के बढ़ने का खतरा कई गुना बढ़ जाएगा। जिससे नॉर्मल डिलीवरी होने में परेशानी आ सकती है।
गर्भावस्था के आखिरी चरण में आपका शारीरिक रूप से सक्रिय होना बहुत जरुरी है। साथ ही अधिक तेल-घी वाले खाने से आपको गर्भकालीन मधुमेह (Gestational diabetes) और मुंहासे (Acne) होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
3. प्रेगनेंसी मेंना खाएं कच्ची मछली, कच्चे मांस और कच्चे अंडे – Avoid raw fish, meat andeggs during pregnancy in Hindi
गर्भावस्था के दौरान कच्ची मछली, कच्चे मांस और कच्चे अण्डों का सेवन बिलकुल नहीं (Foods to avoid during pregnancy in hindi) करना चाहिए, क्योंकि वे साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया से दूषित हो सकते हैं।यह एक ऐसा बैक्टीरिया जो दस्त और उल्टी का कारण बनता है। साथ ही आप गर्भपात जैसी समस्याओं का सामना भी कर सकती हैं।
4. प्रेगनेंसी में खाने से बचें जंक फूड, ऑनलाइन फ़ूड और डब्बा बंद जूस – Avoid junk foods and beverages during pregnancy in Hindi
आज की पीढ़ी में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे पिज़्ज़ा और बर्गर पसंद न हो। ये फ़ूड स्वाद में काफी स्वादिष्ट होते हैं। इनसे पेट तो तुरंत भर जाता है पर शरीर को उचित प्रोटीन और विटामिन नहीं मिल पता है और साथ ही आपके पाचन तंत्र में बुरा प्रभाव डालता है जिससे गैस और कब्ज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेगनेंसी के समय शरीर को उचित प्रोटीन और विटामिन न मिलने के कारण आप एनीमिया से ग्रष्ट हो सकती हैं और साथ ही आपका शिशु कुपोषण का शिकार हो सकता है।
अगर ऑनलाइन फ़ूड और डब्बा बंद जूस (Pregnancy food to avoid in Hindi) की बात करें तो इनमें नमक और शक्कर अधिक मात्रा में मौजूद रहते हैं और साथ ही बहुत सारे प्रीजर्वेटिव केमिकल्स भी मिले रहते हैं जो गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इसलिए जहां तक हो सके इन भोज्य पदार्थों से दूर रहें।
5.प्रेगनेंसी में ना खाएं बासी कच्चे स्प्राउट्स – Avoid stale raw sprouts during pregnancy in Hindi
गर्भावस्था में बासी कच्चे स्प्राउट्स (Foods to avoid during pregnancy in hindi)नहीं खाने चाहिए। इसका कारण यह कि बासी कच्चे स्प्राउट्स में हानिकारक विषाणु और जीवाणु पैदा हो सकते हैं जो इसे विषैला बना सकते हैं। जो दस्त और उल्टी का कारण बन सकता है।
6. प्रेगनेंसी में नहीं कहानी चाहिए बिना धुली सब्जियां और फल – Avoid unwashed vegetables and fruits during pregnancy in Hindi
बिना धुले हुए सब्ज़ियों और फलों के छिलकों पर हानिकारक कीटनाशक हो सकते हैं। और साथ ही बिना धुली सब्जियां और फल टोक्सोप्लाज़मोसिज़ (Toxoplasmosis) नामक परजीवी से भी संक्रमित हो सकते हैं। जो आपके लिए और आपके शिशु दोनों के लिए हानिकारक होते हैं। जिसके चलते आपकी मांसपेशियों में दर्द, बुखार और सर दर्द जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। इसलिए खाने से पहले सब्जियां और फलों को अच्छे से धोना चाहिए।
7. प्रेगनेंसी में ना पिए कैफीन – Avoid caffeine during pregnancy in Hindi
यह मुख्य रूप से कॉफी, चाय और शीतल पेय में पाया जाता है। गर्भवती महिलाओं को आमतौर पर कैफीन का सेवन कम (Meal to avoid during pregnancy in hindi) करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि कैफीन आपके रक्तचाप और हृदय की गति दोनों को बढ़ाता है।
कैफीन से यूरिन (पेशाब) आने में बढ़ोतरी होती है। जिससे आपके शरीर के द्रव के स्तर में कमी आ सकती है जिससे डिहाइड्रेशन होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
कैफीन प्लेसेंटा को पार कर आपके शिशु तक भी पहुँच सकता है। जिससे जन्म के समय शिशु का वजन कम होना, शिशु का प्रसव पूर्व जन्म होना और गर्भपात जैसी समस्याएं आ सकती हैं। इसलिए आपको कोशिश करनी चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान आप कॉफी या चाय का सेवन केवल 1-2 कप तक ही करें।
8. प्रेगनेंसी में ना लें शराब और धूम्रपान – Avoid alcohol and smoking during pregnancy in Hindi
गर्भवती महिलाओं को शराब पीने से पूरी तरह से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे फीटल अल्कोहल सिंड्रोम होने का खतरा बढ़ता है। जिससे गर्भ में पल रहे शिशु का जन्म के वक्त वजन काफी कम हो जाता है और साथ ही शिशु के मानसिक और शारीरिक दोष होने का खतरा रहता है।
गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि धूम्रपान करने से बच्चे में जन्म दोष होने का खतरा बना रहता है। इसमें सबसे आम प्रकार की समस्याएं जन्मजात हृदय दोष और हृदय की संरचना में परिवर्तन हैं।
9. प्रेगनेंसी मेंना खाएं जरुरत से ज्यादा मसालेदार खाना– Avoid spicy foods during pregnancy in Hindi
मसालेदार भोजन बच्चे या गर्भावस्था को प्रभावित नहीं करता है। हालांकि अधिक मसालेदार खाना आपके पाचन तंत्र में बुरा प्रभाव डाल सकता है जिससे आपको कब्ज और गैस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।इसलिए जरुरत से ज्यादा मसालेदार चीजें प्रेगनेंसी में नहीं खानी चाहिए।
10. प्रेगनेंसी में ना खाएं अत्यधिक मीठी चीजें – Avoid higher intake of sugar during pregnancy in Hindi
अधिकांश महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान आइसक्रीम और चॉकलेट (Foods to avoid during pregnancy in hindi) खाने का मन करता है, पर इनमें चीनी की मात्रा अधिक होने के कारण महिला में गर्भकालीन मधुमेह (Gestational diabetes) होने का खतरा बढ़ जाता है।
गर्भावधि मधुमेह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें गर्भवती महिला में ब्लड शुगर का स्तर अचानक से बढ़ जाता है। जो प्रेगनेंसी के दौरान कभी भी हो सकता है। जिन्हें पहले से शुगर नहीं है, वो भी इस बिमारी की चपेट में आ सकती हैं। साथ ही शिशु के जन्म के समय शिशु का वजन ज्यादा होने का भी डर बना रहता है। इसलिए आइसक्रीम और चॉकलेट या अन्य मीठी चीजें प्रेगनेंसी में नहीं खानी चाहिए।
11. प्रेगनेंसी में नहीं कहानी चाहिए उच्च पारे वाली मछलियां – Avoid high mercury fish during pregnancy in Hindi
दूषित पानी में पाई जाने वाली मछलियों में पारा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो मछलियों की मांसपेशियों में बैठ जाता है और मछलियों को पकाने पर भी नष्ट नहीं होता है। इसमें शार्क, स्वोर्डफ़िश, टूना, मार्लिन, ऑरेंज रौफी, किंग मैकेरल जैसी मछलियां (Foods to avoid during pregnancy in Hindi) शामिल हैं।
इनके अधिक मात्रा में सेवन करने से यह आपके तंत्रिका तंत्र, प्रतिरक्षा प्रणाली और गुर्दे में नकरात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए प्रेगनेंसी में उच्च पारे वाली मछलियां नहीं खानी चाहिए।
हालांकि, वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन और एंकोवी विशेष रूप से अच्छे विकल्प माने जाते हैं, क्योंकि वे ओमेगा -3 फैटी एसिड से युक्त होती हैं, जो आपके बच्चे के लिए महत्वपूर्ण है।
12. प्रेगनेंसी में ना खाएं कच्चा पपीता – Avoid papaya during pregnancy in Hindi
प्रेगनेंसी के शुरुवाती दिनों में कच्चे पपीते नहीं खाना चाहिए क्योंकि कच्चे पपीते (Foods to avoid during pregnancy in hindi) में लैटेक्स की अधिकता मात्रा होती है जो यूटेराइन कॉनट्रैक्शन शुरू कर सकता है। जिसका मतलब है समय से पहले लेबर पेन शुरू होना। जिससे गर्भपात का रिस्क बढ़ सकता है।
इसके अलावा, इसमें विटामिन सी की अधिकता होती है जिससे गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को एसिडिटी या कान्स्टिपेशन की समस्या भी हो सकती है साथ ही यह भ्रूण को सहारा देने वाली महत्वपूर्ण झिल्लियों को भी कमजोर कर सकता है।
ध्यान दें- हमने इस ब्लॉग के माध्यम से लगभग उन सभी भोज्य पदार्थों की बात की है जो गर्भावस्था की पूरी प्रक्रिया में आप और आपके शिशु के लिए हानिकारक हो सकती हैं। फिर भी किसी भी चीज को अपने डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले आपको एक बार स्त्री-रोग विशेषज्ञ या डायटीशियन से सलाह जरूर लेनी चाहिए और उनकी सलाह के बाद ही डाइट में बदलाव लाना चाहिए। ताकि आप स्वस्थ रहें और आपका शिशु स्वस्थ पैदा हो।
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