Omega 3 Deficiency Disease in Hindi : इस आर्टिकल में हम आपको मानव शरीर में ओमेगा 3 की कमी से होने वाले रोग (Omega 3 Deficiency Disease In Hindi) और लक्षण (Omega 3 Deficiency symptoms) को विस्तार से बता रहे हैं
ओमेगा-3 की कमी से होने वाले रोग | Omega-3 deficiency disease in Hindi
Omega 3 deficiency disease
ओमेगा 3 मानव शरीर के लिए एक जरूरी फैटी एसिड है। जो डिप्रेशन को कम करने,नेत्र स्वास्थ्य को बनाए रखने, हृदय संबंधी जोखिमों को कम करने, एकाग्रता को बढ़ाने, त्वचा को स्वस्थ बनाने, नींद की गुणवत्ता को बढ़ाने आदि में मदद करता है। हमारा शरीर ओमेगा 3 फैटी एसिड को प्राकृतिक रूप से नहीं बना पाता है, इसलिए हमें ओमेगा 3 अपने आहार में शामिल करना जरुरी होता है।
ओमेगा 3 की कमी से कई तरह के रोग होने की सम्भावना अधिक हो जाती है जिसमें हृदय रोग,अल्जाइमर, पार्किंसन और डिप्रेशन जैसे रोग प्रमुख हैं। जो शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव डालते हैं। ऐसे में ओमेगा 3 की कमी से होने वाले रोग और लक्षण के बारे में आपका जानना जरूरी हो जाता है।
ओमेगा-3 की कमी से होने वाले रोग में शामिल हैं –
- हार्ट संबंधित रोग – Cardiovascular diseases
- पार्किंसन रोग – Parkinson’s disease
- ग्लूकोमा रोग – Glaucoma eye disease
- अल्जाइमर रोग – Alzheimer’s disease
- त्वचा सम्बन्धी रोग – Skin diseases
- रूमेटाइड अर्थराइटिस यानी गठिया रोग – Rheumatoid arthritis disease
Omega-3 Deficiency Diseases in Hindi |
1. ओमेगा-3 की कमी से हृदय संबंधी रोग – Cardiovascular diseases due to omega 3 deficiency in Hindi
ओमेगा 3 की कमी (Omega-3 deficiency diseases in Hindi) से हार्ट संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं। शोध से स्पष्ट है कि ओमेगा 3 हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। यदि आप हृदय की समस्याओं से ग्रस्त हैं, तो हो सकता है कि आपके शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व की कमी हो।
ओमेगा 3 हृदय रोग से बचाता है और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड धमनियां को फैलने में मदद करता है। जिससे शरीर में ब्लड का फ्लो सही तरीके से होता है।
धमनियों के फैलने और ब्लड फ्लो के ठीक ढंग से होने से उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी गंभीर सम्भावना काफी हद तक कम हो जाती है। इसलिए ओमेगा-3 का सही मात्रा में सेवन करने से ओमेगा 3 हृदय रोग को काफी हद तक कम कर सकता है।
ओमेगा-3 की कमी से होने वाले रोग में पार्किंसन रोग आता है, पार्किंसन रोग सेंट्रल नर्वस सिस्टम में गड़बड़ी से संबंधित एक बीमारी है। जो डोपामाइन हार्मोन को बनने नहीं देती है।
डोपामाइन एक तरह का केमिकल है जो तंत्रिका संचारकों (Neurotransmitters) को ठीक तरह से काम करने में मदद करती है।
डोपामाइन हार्मोन की कमी के कारण शरीर में कम्पन सी होने लगती है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग सही मात्रा में ओमेगा-3 का सेवन करते है उनके शरीर में डोपामाइन हार्मोन की मात्रा का स्तर सही बना रहता है। जो पार्किंसन के खतरे को कम करता है।
ओमेगा 3 हृदय रोग से बचाता है और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड धमनियां को फैलने में मदद करता है। जिससे शरीर में ब्लड का फ्लो सही तरीके से होता है।
धमनियों के फैलने और ब्लड फ्लो के ठीक ढंग से होने से उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी गंभीर सम्भावना काफी हद तक कम हो जाती है। इसलिए ओमेगा-3 का सही मात्रा में सेवन करने से ओमेगा 3 हृदय रोग को काफी हद तक कम कर सकता है।
2. ओमेगा 3 की कमी से पार्किंसन रोग – Parkinson’s disease due to omega 3 deficiency in Hindi
डोपामाइन एक तरह का केमिकल है जो तंत्रिका संचारकों (Neurotransmitters) को ठीक तरह से काम करने में मदद करती है।
डोपामाइन हार्मोन की कमी के कारण शरीर में कम्पन सी होने लगती है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग सही मात्रा में ओमेगा-3 का सेवन करते है उनके शरीर में डोपामाइन हार्मोन की मात्रा का स्तर सही बना रहता है। जो पार्किंसन के खतरे को कम करता है।
3. ओमेगा-3 की कमी से ग्लूकोमा रोग – Glaucoma disease due to omega 3 deficiency in Hindi
ओमेगा-3 की कमी आंखें को सूखा सकती हैं। आंखें का सूखना ग्लूकोमा रोग का प्रमुख लक्षण (Omega-3 deficiency symptoms in Hindi) है। एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने ओमेगा-3 को अपने आहार में शामिल किया था, उनकी नजर ओमेगा-3 न लेने वाले लोगों के मुकाबले ज्यादा थी।
4. ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से अल्जाइमर रोग – Alzheimer’s disease due to omega 3 deficiency in Hindi
ओमेगा-3 की कमी से अल्जाइमर रोग होने की सम्भावना अधिक रहती है। अल्जाइमर रोग से पीड़ित व्यक्ति का दिमाग ठीक तरह से कार्य नहीं कर पाता है और उनकी याददाश्त बहुत कमजोर हो जाती है।
याददाश्त कमजोर होने के कारण वह चीजें भूलने लगते हैं जिससे उनकी दैनिक दिनचर्या धीरे-धीरे खराब होने लगती है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि ओमेगा-3 अल्जाइमर रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
5. ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से त्वचा सम्बन्धी रोग – Skin diseases due to omega 3 deficiency in Hindi
यदि आपके शरीर में ओमेगा-3 की कमी होगी, तो आप शुष्क त्वचा का अनुभव कर सकते हैं। ओमेगा-3 की कमी से त्वचा पर रैशेज और डैंड्रफ भी हो सकती है। कुछ लोगों में ओमेगा-3 की कमी से मुहासों में असामान्य वृद्धि भी देखी गई है।
6. ओमेगा-3 की कमी से बालों और नाखूनों में समस्या – Problems with hair and nails due to omega 3 deficiency in Hindi
ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी होने से नखून और बाल बेजान होकर टूटने लगते हैं। अगर आपके बालों और नाखूनों की बनावट, मजबूती और घनत्व में बदलाव (Omega-3 deficiency symptoms in Hindi) आता है तो समझ जाइए कि ये ओमेगा-3 की कमी का संकेत हो सकता है।
7 . ओमेगा-3 की कमी से रात में नींद ना आने का रोग – Sleep disorder due to omega 3 deficiency in Hindi
यदि आपको रात में नींद नहीं आती और सारा दिन आलस, सुस्ती सी छाई रहती है और साथ ही आप ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं, तो समझ जाइए कि आपको पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड नहीं मिल पा रहा है।
एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों के शरीर में ओमेगा-3 की कमी होती है, उन्हें रात में सुकून भरी नींद नहीं आ पाती है। जिससे उनमें चिड़चिड़ापन, चिंता और उदासी बढ़ने लगती है।
8. ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी से डिप्रेशन – Depression due to omega 3 deficiency in Hindi
अगर आपका काम करने में मन ना लग रहा हो या आपका बार-बार ध्यान भटक रहा हो, तो यह ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी का संकेत हो सकता है। यह लक्षण (Omega-3 deficiency symptoms in Hindi) आपको आगे चल के डिप्रेशन का शिकार भी बना सकते हैं।
ओमेगा-3 वसा मस्तिष्क का एक आवश्यक कॉम्पोनेन्ट है जो न्यूरोप्रोटेक्टिव और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव के लिए जाना जाता है। जो एकाग्रता को बढ़ाने और डिप्रेशन को कम करने में मदद करता है।
इसके आलावा ओमेगा-3 की कमी प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं में होने वाले पोस्टपार्टम डिप्रेशन के खतरे को भी बढ़ा सकता है। पोस्टपार्टम डिप्रेशन से ग्रस्त महिलाओं में चिड़चिड़ापन, चिंता, उदासी, निराशा, अकेलापन और भूख कम या ज्यादा लगना समेत कई लक्षण नजर आते हैं।
9. ओमेगा-3 की कमी से रूमेटाइड अर्थराइटिस (गठिया) रोग – Rheumatoid arthritis due to omega 3 deficiency in Hindi
कई अध्ययनों से पता चलता है कि ओमेगा-3 की कमी जोड़ों के दर्द और सुबह की जकड़न सहित रूमेटाइड अर्थराइटिस यानी गठिया (Omega-3 deficiency diseases in Hindi) के लक्षणों को बढ़ा सकती है। प्रयोगशाला अध्ययनों से पता चलता है कि ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर आहार की कमी ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षणों को बढ़ा सकती है।
ओमेगा 3 की कमी के लक्षण – Omega 3 deficiency symptoms in Hindi
यदि शरीर में ओमेगा 3 की कमी है तो ओमेगा 3 की कमी के कारण निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
- उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और हार्ट अटैक,
- शरीर में कम्पन,
- आंखों में सूखापन और नजर कमजोर होना,
- याददाश्त कमजोर होना,
- नाखून और बाल का बेजान होना,
- जोड़ों का दर्द और जकड़न,
- नींद ना आना,
- डिप्रेशन।
ये हैं ओमेगा-3 की कमी से होने वाले रोग और ओमेगा 3 की कमी के लक्षण की पूरी जानकारी। कमेंट में बताएं आपको वेब पोस्ट गुरु की यह पोस्ट कैसी लगी। अगर यह पोस्ट पसंद आई हो तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करें।
ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए साथ ही किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।
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