Depression Home Remedy: डिप्रेशन से नुकसान और बाहर निकलने का उपाय (घरेलू इलाज)

डिप्रेशन (अवसाद) एक गंभीर विकार है जो मूड डिसऑर्डर के रूप में भी जाना जाता है। डिप्रेशन उदासी, खालीपन और रुचि के नुकसान की भावना का कारण बनता है। यदि आपको डिप्रेशन है और ये लम्बे समय से है तो डिप्रेशन से नुकसान भी हो सकते हैं। कई लोगों में तो अवसाद आत्मघाती विचारों या प्रयासों की ओर ले जाता है। इसके अलावा डिप्रेशन के कारण आपके रोजमर्रा के काम भी प्रभावित होते हैं जैसे आपकी नींद, खान पान या काम करना। सौभाग्यवश, कुछ घरेलू उपाय द्वारा डिप्रेशन से बचा जा सकता है। इस पोस्ट में हम आपको डिप्रेशन से बाहर निकलने का उपाय (Depression Home Remedy in Hindi) बता रहे हैं। ताकि आप बिना दवाइयों से डिप्रेशन का घरेलू इलाज (अवसाद का इलाज) कर सके। तो चलिए अब इस पोस्ट हो शुरू करते हैं।

अवसाद (डिप्रेशन) क्यों होता है? (डिप्रेशन का कारण) | Cause of Depression in Hindi

डिप्रेशन के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं –

  • ब्रेन में मौजूद केमिकल लेवल में असामान्यताएं डिप्रेशन का कारण बन सकती हैं।
  • अगर आपके किसी रिश्तेदार को डिप्रेशन है, तो आपके डिप्रेशन में जाने की संभावना बढ़ सकती है।
  • तनाव, किसी प्रिय व्यक्ति की अचानक मौत, परेशान करने वाली घटनाएँ (आघात) अवसाद का कारण बन सकती है।
  • शारीरिक दर्द और बीमारियाँ अवसाद का कारण बन सकती हैं।
  • लोगों को अक्सर मधुमेह, कैंसर और पार्किंसंस रोग जैसी स्थितियों के साथ-साथ अवसाद भी होता है।
  • कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव के रूप में अवसाद होता है। मनोरंजक दवाएं और शराब भी अवसाद का कारण बन सकते हैं या इसे और खराब कर सकते हैं।
  • जॉब का चले जाना या प्रमोशन ना मिलना,
  • शादीशुदा जिंदगी में झगड़े या तलाक होना,
  • अकेलापन और आर्थिक तंगी भी अवसाद का कारण हो सकता है। 

डिप्रेशन का लक्षण (Symptoms of Depression in Hindi)

Symptoms of Depression in Hindi
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अवसाद से ग्रस्त हर व्यक्ति के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। अवसाद आपकी भावनाओं, मन और शरीर को प्रभावित कर सकता है। अवसाद के लक्षणों में शामिल हैं:

  • बहुत उदास और निराश महसूस करना।
  • रोने का मन करना,
  • हमेशा चिंतित रहना
  • उन चीजों का आनंद नहीं लेना जो आपको खुशी देती थीं।
  • आसानी से चिढ़ या निराश होना।
  • बहुत अधिक या बहुत कम खाना।
  • आप कितना सोते हैं इसमें परिवर्तन।
  • चीजों को एकाग्र करने या याद रखने में मुश्किल समय होना।
  • सिरदर्द, पेट दर्द या यौन अक्षमता जैसी शारीरिक समस्याओं का अनुभव करना।

“डिप्रेशन का सबसे भयावह लक्षण है खुद को चोट पहुंचना या मारने के बारे में सोचना।”

अवसाद (डिप्रेशन) से नुकसान (Depression Related Diseases in Hindi)

डिप्रेशन से नुकसान
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यदि मासिक तनाव लम्बे समय तक बना रहता है तो व्यक्ति कई प्रकार के रोगों से ग्रष्ट हो सकता है। डिप्रेशन से होने वाले नुकसान में शामिल है –

  • हार्ट सम्बन्धी रोग जैसे स्ट्रोक,
  • हार्ट अटैक होने का खतरा,
  • ब्लड शुगर का बढ़ना,
  • महिलाओं में फर्टिलिटी की समस्या होना,
  • पीरियड्स की समस्या होना
  • इनसोमनिया (नींद ना आना),
  • उच्चा रक्तचाप होना,
  • अल्जाइमर रोग,
  • मोटापा बढ़ना,पाचन संबंधी समस्या होना।

डिप्रेशन से बाहर निकलने का उपाय (डिप्रेशन का घरेलू इलाज) | 14 Natural Treatment for Depression in Hindi

डिप्रेशन का घरेलू इलाज
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डिप्रेशन से बहार कैसे निकालें? अगर आपके मन में भी यही सवाल है और घरेलू उपाय द्वारा डिप्रेशन से निकलना चाहते हैं, तो आप डिप्रेशन के घरेलू इलाज (Depression remedies in Hindi) के बारे में नीचे पढ़ सकते हैं।

1. मॉर्निंग वाक है डिप्रेशन दूर करने का उपाय है। 

डिप्रेशन से बहार निकलने के लिए मॉर्निंग वाक एक अच्छा उपाय (Depression relief tip in Hindi) है। सुबह की सैर आपको डिप्रेशन, तनाव, चिंता और उदासी जैसी गंभीर बिमारियों से मुक्त करा सकती है।

एक्सपर्ट्स के मुताबिक मॉर्निंग वाक करने से ब्रेन केमिकल स्टीम्युलेट हो जाते हैं और एंडोर्फिन हॉर्मोन का उत्पादन बढ़ने लगता है, जो डिप्रेशन को कम करता है।

“एनसीबीआई पर प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि डिप्रेशन से पीड़ित मरीज अगर रोज 20 से 40 मिनट की सैर करें, तो उनकी मानसिक स्थिति में काफी सुधार आ सकता है।”

इसके अलावा कुछ और स्टडी से पता चलता है कि शारीरिक व्यायाम, जैसे चलना, वृद्ध लोगों में मस्तिष्क के कार्य में सुधार कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि ये लाभ मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में वृद्धि के कारण होते हैं।

2. एक्सरसाइज है डिप्रेशन कम करने का उपाय।

अवसाद और चिंता से बहार निकलने के लिए सुबह के समय व्यायाम करना एक अच्छा उपाय है। रोजाना एक्सरसाइज  करने से शरीर में खून का बहाव बेहतर बना रहता है जिससे दिमाग सक्रिय रूप से कार्य करता है और अवसाद कम होता है।

“अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में तीन बार 30 मिनट का मध्यम एरोबिक व्यायाम अल्पावधि में अवसाद के लक्षणों से राहत दिलाने में उतना ही प्रभावी था जितना कि एंटी डिप्रेशन दवा।”

3. प्राणायाम से करें डिप्रेशन का इलाज।

भ्रामरी प्राणायाम द्वारा अवसाद का इलाज किया जा सकता है। रोजाना 30 से 40 मिनट तक प्राणायाम करने से आप अवसाद, तनाव और चिंता से मुक्त हो सकते हैं।

इसके अलावा नियमित प्राणायाम करने से आपका शरीर हेल्दी बना रहेगा। भ्रामरी प्राणायाम आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में सहायक हैं।

“कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि रोजाना 30-45 मिनट योग और प्राणायाम करने से अवसाद के लक्षणों में सुधार हो सकता है।”

4. डिप्रेशन दूर करने के उपाय में शामिल है भरपूर नींद। 

नींद का ना आना अवसाद का कारण हो सकता है। अगर आपको नींद नहीं आ रही है तो आप आंख बंद करके ध्यान करें और अपने दिमाग़ में किसी भी तरह का कोई विचार न आने दें। इससे नींद आने में सहायता मिलेगी।

5. अवसाद से छुटकारा पाने के लिए लाइट थेरेपी।

लाइट थेरेपी से डिप्रेशन का इलाज किया जा सकता है। अवसाद दूर करने के लिए एक्सपर्ट लाइट थेरेपी लेने को कहते हैं। लाइट थेरेपी का मतलब है सूर्य का प्रकाश।

“रिसर्च में भी लाइट थेरेपी से डिप्रेशन का इलाज बताया गया है जो डिप्रेशन को कम करने का एक अच्छा विकल्प है।”

सुबह के समय प्रकाश के संपर्क में आने (जैसे, बाहर टहलना) से शरीर के सोने/ जागने के चक्र को ठीक से काम करने में मदद कर सकता है।  सूर्य का प्रकाश सेरोटोनिन नमक हॉर्मोन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है जिससे डिप्रेशन कम होता है।

6. कावा टी से डिप्रेशन का उपचार।

कावा एक प्रकार की कश्मीरी टी है जो कावा पौधे से बनाकर तैयार किया जाता है। कावा एक औषधीय पौधा जिसका इस्तेमाल कई बीमारियों के घरेलू उपचार के लिए किया जाता है। आमतौर पर इस पौधे को तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए उपयोगी माना जाता है।

“अध्ययनों से पता चला है कि कावा तनाव और चिंता के इलाज में सुरक्षित और प्रभावी है, जो अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।”

6. डिप्रेशन से छुटकारा पाने का उपाय शराब पीने से बचें।

शराब मस्तिष्क के रसायन को प्रभावित करती है, जिससे अवसाद का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक शराब का सेवन करने से यह अवसाद और चिंता के लक्षणों को और भी बदतर बना सकता है। इसलिए डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए शराब पीने से बचें।

7. डिप्रेशन का इलाज है गुनगुने पानी से नहाना।

गुनगुने पानी से नहाने से शरीर का तंत्रिका तंत्र शांत होता है और मूड में सुधार आ सकता है। साथ ही अवसाद भी कमी आती है। 

8. संगीत सुनकर करें डिप्रेशन का घरेलू इलाज। 

विभिन्न प्रकार के संगीत स्ट्रेस हॉर्मोन के स्तर को कम करने और तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद कर कर सकते हैं। रोजाना हल्के आवाज में अपने पसंदीदा संगीन सुनने से अवसाद में कमी आती है। 

9. डिप्रेशन से बहार निकलने के लिए पौष्टिक आहार खाएं। 

अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड और अधिक चीनी वाले आहार खाते हैं, उनमें अवसाद को बढ़ाने वाले केमिकल का स्तर अधिक बना रहता है।

पोषक तत्वों से भरपूर आहार जैसे हरी सब्जियां, फल, बीन्स, मछली, नट्स और सीड्स खाने से आपका मानसिक स्वास्थ्य स्वस्थ बना रहता है और अवसाद से मुक्त रहते हैं (Depression remedy food in Hindi)। 

एक्सपर्ट डिप्रेशन से बचने के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करने के लिए कहते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड सामान्य मस्तिष्क क्रिया के लिए आवश्यक वसा का एक प्रकार है।

ठंडे पानी की मछली जैसे सैल्मन, सार्डिन और एंकोवी ओमेगा -3 फैटी एसिड का सबसे समृद्ध खाद्य स्रोत हैं। इसके अलावा मछली का तेल और कॉड लिवर ऑयल में भी ओमेगा -3 फैटी एसिड होता हैं।

शोध से पता चलता है कि अवसाद के लक्षणों को कम करने के लिए विटामिन विशेष रूप से उपयोगी होते हैं। विटामिन बी (जैसे बी-12 और बी-6) और विटामिन डी मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए अपने आहार में विटामिन बी और विटामिन डी से भरपूर आहार लें।

10. डिप्रेशन हटाने के लिए फोन और कंप्यूटर का उपयोग कम करें। 

फोन और कंप्यूटर जैसी डिवाइस के ज्यादा इस्तेमाल करने से दिमाग की कोशिकाओं में Oxidative Stress पैदा हो जाता है।

इसके अलावा फोन के रेडिएशन से ब्रेन सेल्स भी प्रभावित होती हैं। इससे मानसिक तनाव, चिंता, डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए फोन और कंप्यूटर का कम इस्तेमाल करना एक अच्छा उपाय है।

11. डिप्रेशन से निकलने के उपाय के लिए कैफीन का सेवन कम करें। 

कैफीन एक प्रकार का केमिकल है जो कॉफी, चाय, चॉकलेट और एनर्जी ड्रिंक्स में पाया जाता है। कैफीन आपके सेंट्रल नर्वस सिस्टम को उत्तेजित करता है और नींद में कमी लता है। नींद में कमी से डिप्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डिप्रेशन की स्थिति में कैफीन का सेवन कम करें।

12. डिप्रेशन से निकलने के लिए प्रकृति के साथ समय बिताएं।

अध्ययनों से पता चलता है कि हरे भरे स्थानों जैसे पार्कों और पहाड़ों में समय बिताना से डिप्रेशन को दूर किया जा सकता है। हरे भरे स्थानों में समय बिताने से आपका तनाव हार्मोन के बनने में कमी आती है।

इसके अलावा ऐसे स्थान कई सकारात्मक भावनाओं को उत्पन्न करते हैं, जैसे कि शांति, आनंद और एकाग्रता। 

13. पेंटिंग है डिप्रेशन कम करने का उपाय।

रोजाना पेंटिंग या आर्ट करने से आप अपनी मानसिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं। शोध के अनुसार, कला चिकित्सा किसी व्यक्ति की चिंतित भावनाओं को कम कर सकती है और उन्हें कुछ समय के लिए सकारात्मक चीजों के साथ जोड़ सकती है।

14. पालतू जानवरों के साथ समय बिताकर करें डिप्रेशन कम।

पालतू जानवर तनाव कम करने और डिप्रेशन में सुधार लाने में मदद कर सकते हैं। जब आप अपने पालतू जानवर को गले लगाते या छूते हैं, तो आपका शरीर ऑक्सीटोसिन छोड़ता है। ऑक्सीटोसिन एक हार्मोन जो मूड को सकारात्मक बनाने में मदद करता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

डिप्रेशन का असर सिर्फ आपके दिमाग तक ही सीमित नहीं रहता, यह शरीर के कई हिस्सों को अलग-अलग तरह से नुकसान पहुंचाता है। यदि मासिक तनाव लम्बे समय तक बना रहता है तो व्यक्ति कई प्रकार के रोगों से ग्रष्ट हो सकता है। 

हार्ट अटैक आना, ब्लड शुगर का बढ़ना, महिलाओं में फर्टिलिटी की समस्या होना, पीरियड्स की समस्या होना, नींद ना आना, उच्चा रक्तचाप आदि डिप्रेशन का कारण हो सकता है।

हालांकि, घरेलू उपाय द्वारा डिप्रेशन से बाहर निकला जा सकता है। लाइट थेरेपी, मॉर्निंग वाक, एक्सरसाइज, प्राणायाम, भरपूर नींद और प्रकृति के साथ समय बिताना डिप्रेशन से बाहर निकलने के उपाय हो सकते हैं।

ये हैं डिप्रेशन से बाहर निकलने के घरेलू उपाय की जानकारी। कमेंट में बताएं आपको यह पोस्ट कैसी लगी। यदि आपको Depression Disorder in Hindi पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

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Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।  

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सन्दर्भ (References)

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