Heartburn Home Remedies: खाना खाने के बाद अगर आप पेट और सीने में जलन महसूस करते हैं, तो इसका मतलब है आपको एसिडिटी की समस्या है। आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। नारियल का पानी, केला, जीरा, अजवाइन, ठंडा दूध, आंवला जैसे भोज्य पदार्थ एसिडिटी के लक्षणों से राहत दिलाने में आपकी मदद कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ हर्बल पदार्थ और फाइबर युक्त भोजन भी एसिड रिफ्लक्स की समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इस पोस्ट में हम आपको ऐसे खाद्य और पेय पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो छाती और सीने की जलन दूर करने में आपकी मदद कर सकते हैं। तो चलिए अब इस पोस्ट को पूरा पढ़ते हैं।
पेट और सीने की जलन का घरेलू इलाज (Home remedies for heartburn and acid reflux in Hindi)
सीने में जलन की समस्या से निजात पाने के लिए सबसे पहले घरेलू नुस्खों को ही अपनाया जाना चाहिए। यहां हम कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिनके सेवन से पेट और सीने में जलन की समस्या से जल्द आराम मिल सकता है। पेट और सीने की जलन में क्या खाना चाहिए क्या नहीं, इसके बारे में आप नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं-
1. हर्बल टी (Herbal tea for Hyperacidity treatment)
हाइपर एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए जानकर चाय की जगह हर्बल टी पीने की सलाह देते हैं। हर्बल पदार्थों पेट के एसिड की मात्रा को कम रखते हैं। हर्बल पदार्थों में एंटीऑक्सिडेंट, एंटीमाइक्रोबॉयल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल, एंटी-डायरियल और एंटीएलर्जिक जैसे गुण होते हैं जो पेट को स्वस्थ बनाए रखते हैं। हर्बल टी में आप कैमोमाइल और सौंफ का सेवन कर सकते हैं।
2. गुनगुना पानी (Lukewarm water for acidity)
सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुना पानी पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है। गर्म पानी पुरानी कब्ज के इलाज में भी फायदेमंद है और पेट और सीने की जलन से भी राहत मिलती है।
3. तरबूज का रस (Watermelon juice for acid reflex treatment)
तरबूज में पानी और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है। रोजाना एक गिलास तरबूज का जूस पीने से एसिडिटी की समस्या दूर हो सकती है।
4. सेब का सिरका (Apple vinegar for heartburn relief)
सेब के सिरके में प्रोटीन, एंजाइम और पेक्टिन होता है जो इसे आपके आहार में अत्यधिक पौष्टिक बनाता है। हालांकि, सिरका एसिडिक होता है जिस कारण कुछ लोगों का मानना है कि इसके सेवन से पेट में मौजूद खराब बैक्टीरिया मर जाते हैं। परन्तु, ये एसिडिक होने के कारण इसका उपयोग सोच समझ कर करना चाहिए। इसका अधिक इस्तेमाल पेट को और एसिडिक बना सकता है।
ऐसे करे इस्तेमाल- इसकी 1 बड़ी चम्मच एक ग्लास पानी में मिलाएं और इसे भोजन के बाद पी लें।
5. लौंग (Clove for Heartburn treatment)
लौंग अपने कार्मिनेटिव प्रभाव के कारण अम्लता को नियंत्रित करने में मदद करती है। एसिडिटी, पेट की जलन और अन्य लक्षणों जैसे पेट फूलना, अपच, मतली, गैस्ट्रिक चिड़चिड़ापन आदि से छुटकारा पाने के लिए आप रोजाना लौंग का एक टुकड़ा चूस सकते हैं।
6. गुड़ (Jaggery for acid reflex treatment)
गुड़ में पोटैशियम और मैग्नीशियम दोनों होते हैं, गुड़ का एक टुकड़ा आपके पेट कि एसिडिटी को शांत कर सकता है। पोटेशियम pH संतुलन बनाए रखने और पेट की परत में बलगम के उत्पादन को उत्तेजित करने के लिए आवश्यक है। इसके अलावा आपके पाचन तंत्र को मजबूत और सामान्य रूप से कार्य करने के लिए मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है, जो अम्लता और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं के जोखिम को कम करता है।
7. पुदीने के पत्ते (Mint leaves for heartburn relief)
पुदीने की पत्तियां न केवल पाचन में सहायता करती हैं बल्कि आपके पेट को ठंडक पहुंचाती हैं। इसलिए पेट या सीने की जलन में पुदीने की पत्तियों का सेवन किया जा सकता है। आप रोजाना दिन में पुदीने की 2-3 पत्तियां चबा सकते हैं।
8. मुनक्का (Black raisins for acidity)
भीगी हुए मुनक्के खाने से न सिर्फ कॉन्स्टिपेशन दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी मजबूत रहती है। मुनक्के फाइबर से भरपूर होते है साथ ही ये आयरन की कमी को भी दूर करते है। रोजाना 8-10 ग्राम मुनक्का खाने से कब्ज, जलन और एसिडिटी को दूर किया जा सकता है।
9. जीरा और अजवायन कब्ज में उपयोगी (Thyme and Cumin seeds for acidity)
एक्सपर्ट के अनुसार, जीरा और अजवाइन का सेवन पेट और सीने की जलन को दूर करने में मदद कर सकता है। इनका सेवन करने से पहले इसे धीमी आंच कर कुछ मिनट के लिए भून लें। इसके बाद इसमें काला नमक मिक्स कर लें। रोजाना 1 गिलास गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करने से आप इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।
10. नारियल पानी (Coconut water for heartburn treatment)
नारियल पानी पीने से आपको हार्टबर्न और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिल सकती है। नारियल पानी पीने से पेट की जलन कम होती है और खट्टी डकार में भी कमी आती है।
11. केला और सेब (Fruits for acidity Relief)
केला और सेब एक प्रकार के क्षारीय फल हैं, जो एसिडिटी में राहत दे सकते हैं। केले में प्राकृतिक रूप से एंटासिड होता है जो एसिडिटी से लड़ता है। सोने से पहले सेब के कुछ स्लाइस का सेवन सीने में जलन या रिफ्लक्स से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।
12. आंवला (Gooseberry for hyperacidity treatment)
आंवला एसिडिटी के लक्षणों से लड़ने में मदद कर सकता है। एसिडिटी से लड़ने के लिए आप सूखे आंवले को चबा सकते हैं या खाली पेट एक चम्मच ताजा तैयार आंवले का जूस पी सकते हैं।
13. ठंडा दूध पिएं (Cold milk for acidity relief)
हार्टबर्न की शिकायत होने पर ठंडा दूध आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए दूध में शहद मिक्स कर लें। नियमित रूप से ठंडा दूध पीने से हार्टबर्न (सीने की जलन) की परेशानी कम होती है।
14. एलोवेरा जूस (Aloe vera juice for gastroesophageal reflux treatment)
सीने में जलन की समस्या कम करने के लिए एलोवेरा जूस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इसे पीने से पेट फूलना, सीने की जलन, खट्टी डकार, अपच की परेशानी दूर हो सकती है।
15. फाइबर युक्त भोजन (Fiber rich diet for acid reflux)
पेट की एसिडिटी को कम करने के लिए फाइबर (आहारीय रेशा) युक्त आहार खाने की सलाह दी जाती है। आहारीय फाइबर पत्तेदार सब्जी, फल, रोटी, फलियों, दालों, अनाज, व अन्य खाद्य पदार्थों के उस हिस्से को कहते हैं, जो बिना पचे या अवशोषित हुए ही आंत के द्वारा बाहर निकाल दिए जाते हैं। रेशेदार भोजन खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती है और आप एसिड रिफ्लक्स की समस्या से बच जाते हैं।
- गेंहू (Wheat)
- भूरा चावल (Brown Rice)
- ओट्स (Oats)
- राजमा (Beans)
- मटर (Peas)
- ड्राई फ्रूट (Dry fruit)
- दालें (Pulses)
- सेब (Apple)
- नाशपाती( Pear)
- ब्लूबेरी और ब्लैकबेरी (Blueberries & Blackberries)
- केला ( Bananas )
- ब्रोकली (Broccoli)
- कटहल (Jackfruit)
- तरबूज (Watermelon)
- अनार (Pomegranate)
- नट्स और सीड्स ( Nuts and Seeds)
16. लो-कार्ब फूड (Low Carb Diet for acid reflux)
जिन लोगों को एसिडिटी की अधिक समस्या रहती है ऐसे लोग लो कार्ब डाइट को फॉलो कर सकते हैं। लो कार्ब डाइट का अर्थ है आहार में कम कार्बोहाइड्रेट लेना है। लो कार्ब डाइट डाइट पेट में बनने वाली गैस व एसिड की मात्रा को कम करता है। कम कार्बोहाइड्रेट डाइट में शामिल हैं –
- मांस, मछली, अंडे, उच्च वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट,
- पत्तेदार हरी सब्जियां,
- फूलगोभी और ब्रोकली,
- तेल, जैसे नारियल का तेल, जैतून का तेल, और रेपसीड तेल,
- कुछ फल, जैसे सेब, ब्लूबेरी और स्ट्रॉबेरी,
- मेवा, बादाम और बीज।
और पढ़ें – स्वस्थ रहने के लिए शुरू करें लो कार्ब डाइट
हाइपर एसिडिटी में क्या नहीं खाना चाहिए (परहेज)? | Food to Avoid in Hyperacidity and heartburn in Hindi
1. चाय और कॉफी का करें परहेज – Avoid Coffee in hyperacidity
2. शराब का सेवन ना करें – Avoid alcohol in acid reflux
3. धूम्रपान ना करें – Do not smoke in acid reflux
4. लहसुन और प्याज का सेवन कम करें – Avoid garlic and onion inacidity
5. कार्बोनेटेड पेय पदार्थों का सेवन सीमित करें – Avoid carbonated beverages in acid reflux
6. ज्यादा साइट्रस जूस न पिएं – Avoid citrus Juice in Acid Reflux
ऐसे चीजों से परहेज करें जिनमें सिट्रिक एसिड होता है जैसे – खट्टे फल और जूस। क्योंकि सिट्रिक एसिड पेट में एसिड की मात्रा को बड़ा सकते हैं। उदहारण के लिए संतरे, अंगूर, अनानास और नीबू। इसके अलावा टमाटर या टोमेटो सॉस भी पेट में एसिड की मात्रा को बड़ा सकते हैं। इसलिए हार्टबर्न में ऐसे भोज्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए।
7. अधिक तेल-घी और मसालेदार भोजन ना खाएं – Do not eat more oil-ghee and spicy food in acid reflux
8. चॉकलेट खाने से बचें – Avoid chocolate in acidity
पेट और सीने की जलन कंट्रोल करने की अन्य टिप्स (Other tips to control Heartburn and acidity in Hindi)
1. पेट के बल ना सोएं
2. एक साथ ना खाकर कुछ अंतराल में खाएं
3. खाने के तुरंत बाद बिस्तर पर ना जाएं
4. सुबह और शाम व्यायाम करें
5. खूब पानी पियें
पानी पीने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज की समस्या भी दूर रहती है। बेहतर पाचन से पेट में एसिड कम बनता है और एसिड रिफ्लक्स की समस्या दूर होती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
पेट और सीने की जलन आम हैं, जिसका मुख्य कारण गलत खान-पान माना जाता है। यह समस्या तब होती है जब पेट में मौजूद एसिड वापस भोजन नली (Esophagus) में आ जाता है। वैसे पेट और सीने की जलन के लिए बहुत सी दवाई उपलब्ध हैं, परन्तु दवा ना ले कर आप पहले अपनी आदतों में सुधार लाएं।
उदाहरण के लिए – एक साथ ना खाकर कुछ अंतराल में खाना खाएं, खाने के तुरंत बाद बिस्तर पर ना जाएं, रात में पेट के बल ना सोएं, सुबह और शाम व्यायाम करें, खूब पानी पियें, चाय-कॉफी का सेवन कम करें, वसायुक्त और मसालेदार भोजन का सेवन कम करें।
यदि आप हर सप्ताह दो या तीन बार से अधिक एसिडिटी या सीने में जलन का अनुभव करते हैं, तो आप डॉक्टर से बात करें। कुछ मामलों में, वे दवाएं या अन्य उपचार लिख सकते हैं।
मैं आशा करती हूँ कि अब आपको पेट और सीने की जलन का घरेलू इलाज (Heartburn Home Remedies in Hindi) के बारे में पता चल गया होगा। कमेंट में बताएं आपको यह पोस्ट कैसी लगी। अगर आपको पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग साइनोसाइटिस बीमारी (साइनस संक्रमण या साइनस रोग) के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।
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