हम सभी को अक्सर हिचकी आती है और अपने आप ही ठीक हो जाती है। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जिनको हिचकी बार-बार आती है और लम्बे समय तक बनी रहती है। अक्सर मन में ये सवाल होता है की हिचकी बंद न हो रही तो क्या करें? लोग हिचकी से छुटकारा पाने के लिए एक गिलास पानी पीने से लेकर चीनी खाने तक का सेवन करते हैं। पर वास्तव में कौन से उपाय कारगर हैं? इस पोस्ट में हम आपको हिचकी रोकने के घरेलू उपाय (Hichki Rokne Ke Upay) के बारे में बता रहे हैं।
हिचकी क्या है? | What are Hiccups in Hindi
हिचकी एक स्वचालित क्रिया है जिसे शरीर नियंत्रित नहीं कर सकता है। हिचकी के दौरान आपका डायाफ्राम सिकुड़ता है। इसके तुरंत बाद आपकी विंडपाइप (आपकी ग्लोटिस) का शीर्ष बंद हो जाता है, जिससे एक प्रकार की ‘हिच’ ध्वनि उत्पन्न होती है।
हिचकी क्यों आती है? | Hiccups Reason in Hindi
मेडिकल साइंस के अनुसार डायफ्रॉम (आपके फेफड़ों के नीचे की मांसपेशी जो आपको सांस लेने में मदद करती है) के सिकुड़ने पर हिचकी आती है। इसके अलावा हिचकी आने के बहुत से और कारण हैं।
1. छोटी अवधि की हिचकी का कारण | Reason for Short Term Hiccups in Hindi
- ज्यादा खा लेना,
- जल्दी-जल्दी भोजन करना,
- मसालेदार खाना खाना,
- बहुत गर्म या बहुत ठंडे भोजन का सेवन करना,
- सिगरेट पीना,
- सोडा जैसे कार्बोनेटेड पेय पीना,
- हवा के तापमान में अचानक परिवर्तन,
- कुछ चूसते समय लार के साथ हवा निगल लेना,
- च्युइंग गम चबाते समय हवा निगलना,
- उत्तेजना या भावनात्मक तनाव।
2. लम्बे समय तक हिचकी का कारण | Reason for Long Term Hiccups in Hindi
यदि हिचकी लगातार और घंटों या दिनों तक बनी रहती है, तो यह एक गंभीर चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकता है जैसे:
- न्यूमोनिया,
- गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (पेट सम्बन्धी बीमारी),
- किडनी की बीमारी,
- थायरॉइड ग्रंथि का ओवर-रिएक्शन,
- कुछ दवाएं आदि ।
हिचकी बंद न हो रही तो क्या करें (हिचकी रोकने के उपाय) | Hichki Rokne Ke Upay
हिचकी से छुटकारा पाने के सबसे लोकप्रिय और प्रभावी तरीकों (हिचकी रोकने के उपाय इन हिंदी) में शामिल हैं –
1. हींग और मक्खन से हिचकी रोकने के उपाय – Home Remedies to stop hiccups in Hindi
हींग हिचकी रोकने के लिए काफी कारगर है (hichki rokne ke upay)। हींग नर्व्स को संतुलित करती है और उसे रोकती है। 1/4 चम्मच हींग पाउडर और 1/4 चम्मच मक्खन का सेवन करने से हिचकी का इलाज किया जा सकता है।
2. काली मिर्च से हिचकी बंद करने का तरीका – Use black pepper to stop hiccups in Hindi
जब भी आपको हिचकी आए, तो आप काली मिर्च के दानों को चीनी के साथ मुंह में रखकर चबाएं और धीरे-धीरे रस को चूसते रहें (Hiccups treatment in Hindi)।
3. दालचीनी से हिचकी रोकने का उपाय – Cinnamon remedy to stop hiccups in Hindi
अगर आप बार-बार हिचकी आने की समस्या से परेशान हैं, तो दालचीनी का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए आप दालचीनी का एक टुकड़ा मुंह में डालकर कुछ देर तक चूसें। इससे हिचकी में राहत मिल सकती है।
4. छाती पर दबाव दे कर हिचकी रोकने का तरीका – Remedy to stop hiccups by applying pressure on the chest in Hindi
छाती को दबाने से हिचकी को रोका जा सकता है। इसके लिए आप आराम से जमीन पर बैठ जाएं और अपने घुटनों को अपने सीने से चिपका लें। फिर उसे अपनी बाहों में कस कर पकड़ लें। इस स्थिति में लगभग दो मिनट तक रुके फिर सामान्य हो जाएं। इससे आपके डायफ्राम पर दबाव पड़ेगा और वह एक्टिव हो जाएगा जिससे हिचकी आनी बंद हो जाएगी।
6. शहद द्वारा हिचकी रोकने का घरेलू उपाय – Home remedy to stop hiccups with honey in Hindi
एक चम्मच शहद का सेवन हिचकी रोकने के लिए कारगर साबित हो सकता है। अचानक से शरीर को मिलने वाली मिठास नर्व्स को संतुलित करती है। इसके अलावा एक गिलास ठण्डे पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से भी हिचकी जल्दी रूकती है।
7. बर्फ से करें हिचकी का इलाज – Remedy to stop hiccups with ice in Hindi
बर्फ का एक टुकड़ा चूसने से हिचकी बंद की जा सकती है। बर्फ के टुकड़े को तब तक चूसें जब तक कि यह पिघलकर छोटा न हो जाए।
8. इलायची पाउडर से करें हिचकी का देसी इलाज – Cardamom powder for hiccups treatment in Hindi
हिचकी बंद के लिए आप इलायची पाउडर और गर्म पानी का इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए आपको एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच इलायची पाउडर डालकर उबालना है और 15 मिनट बाद छानकर पी लेना है।
9. हिचकी की बीमारी का इलाज है अदरक – Use ginger to treat hiccups in Hindi
अदरक का उपयोग हिचकी रोकने में किया जा सकता है। अदरक के छोटे छोटे टुकड़ों को धीरे-धीरे चबाने से हिचकी रोकी जा सकता है। इन टुकड़ों को 3 -4 मिनट तक चूसें।
10. बार बार हिचकी आने का इलाज है आंवला – Gooseberry for hiccups treatment in Hindi
हिचकी में आंवला का रस या आंवला मिश्री के साथ सेवन करने से आराम मिलता है। इस घरेलू नुस्खे से हिचकी को रोका जा सकता है।
11. नींबू के रस से हिचकी का इलाज – Hiccups treatment with lemon juice in Hindi
यदि हिचकी बार बार आ रही हो तो एक चम्मच नींबू का ताजा रस निकालें। इसमें एक चम्मच शहद डालें। दोनों को मिलाएं और चाट लें। ऐसा करने से हिचकी बंद हो जाएगी।
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और पढ़ें- यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या खाना चाहिए क्या नहीं? (घरेलू उपाए)।
हिचकी के लक्षण | Symptoms of Hiccups in Hindi
हिचकी आना एक लक्षण है। यह कभी-कभी आपकी छाती, पेट या गले में हल्की जकड़न के साथ हो सकती है।
हिचकी आने के नुकसान | Hiccups Side Effects in Hindi
लंबे समय तक हिचकी आने से कई जटिलताएं या नुकसान हो सकते हैं जैसे:
1. वजन कम होना
यदि हिचकी लंबे समय तक रहती है या थोड़े अंतराल पर होती रहती है, तो इसे खाना मुश्किल हो सकती है।
2. सोने में परेशानी
यदि नींद के घंटों के दौरान लंबे समय तक हिचकी आती है, तो सोने में मुश्किल हो सकती है।
3. थकान
लंबे समय तक हिचकी आना थका देने वाला हो सकता है, खासकर तब अगर इससे सोना या खाना खाने में मुश्किल हो जाए।
4. संचार समस्याएं
हिचकी आने पर व्यक्ति के लिए बोलना मुश्किल हो सकता है।
5. डिप्रेशन
लंबे समय तक हिचकी आने से डिप्रेशन होने का खतरा बढ़ सकता है।
शिशुओं को भोजन के दौरान या बाद में अधिक बार हिचकी का अनुभव हो सकता है, क्योंकि वे भोजन को बहुत तेजी के साथ निगलते हैं या अधिक भोजन खा लेते हैं। हिचकी आना शिशु के पेट भरे होने का संकेत भी हो सकता है। इसलिए, बाल रोग विशेषज्ञ आमतौर पर बीच बीच में डकार लेने की सलाह देते हैं।
हालांकि, बार-बार होने वाली हिचकी गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) के कारण भी हो सकती है, जो शिशुओं में एक सामान्य और आसानी से इलाज योग्य स्थिति है।
हिचकी बंद करने के लिए क्या खाना चाहिए? | What should I eat to stop hiccups in Hindi?
जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि हिचकी रोकने के लिए आप
- हींग
- काली मिर्च
- दालचीनी
- शहद
- बर्फ
- इलायची
- अदरक
- आंवला
- नीबू के रस
आदि का सेवन कर सकते हैं।
निष्कर्ष | Conclusion
हिचकी आमतौर पर हानिकारक नहीं होती है और अपने आप ठीक हो जाती है या साधारण घरेलू उपाय (Hichki Rokne Ke Upay) से इसे रोका जा सकता है। हालांकि, कभी-कभी वे लंबे समय तक रह सकती हैं। यदि हिचकी लगातार और कई दिनों तक बनी रहती है, तो यह एक गंभीर चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकता है। ऐसे में आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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और पढ़ें- यूरिक एसिड बढ़ने पर क्या नहीं खाना चाहिए (यूरिक एसिड में परहेज)
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Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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सन्दर्भ (References)
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https://journals.lww.com/anesthesia-analgesia/Fulltext/2017/10000/Chronic_Hiccups__An_Underestimated_Problem.17.aspx - Rouse, S., et al. (2018). Intractable hiccups [Abstract].
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