Symptoms Of Pregnancy: जानिए प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण क्या हैं, और कब दिखते हैं।

Symptoms of Pregnancy in Hindi: इस पोस्ट के माध्यम से हमने प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण (Pregnancy ke lakshan) क्या हैं, और कब दिखते हैं, इसके बारे में विस्तार से बताया है। आइये अब इस पोस्ट को शुरू करते हैं।

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1 प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण | 13 Symptoms of Pregnancy in Hindi
2 Pregnancy symptoms FAQs in Hindi | अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण | 13 Symptoms of Pregnancy in Hindi

Symptoms Of Pregnancy In Hindi,प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण
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प्रेगनेंसी के 13 शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं।
  • पीरियड का ना आना,
  •  ब्लीडिंग, मरोड़ या ऐंठन,
  • सुबह और शाम उबकाई या मिचली,
  • स्तन के आकार में परिवर्तन,
  • किसी विशेष खाद्य पदार्थों के प्रति लालसा,
  • थकान महसूस करना,
  • मिजाज में बदलाव,
  • वेजाइनल डिस्चार्ज,
  • बार-बार यूरिन आना,
  • कब्ज,
  • पेट दर्द, सिर दर्द और कमर दर्द,
  • सांस की तकलीफ,
  • गर्भावस्था के दौरान मुंहासे

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण
प्रेगनेंसी के लक्षण

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण है पीरियड का ना आना – Initial symptoms Of Pregnancy In Hindi

भ्रूण (embryo) के बनते ही आपका शरीर मानव कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (HCG)  नामक हॉर्मोन का उत्पादन करना शुरू कर देता है। यह हार्मोन गर्भावस्था को बनाए रखने में मदद करता है और साथ ही यह परिपक्व अंडों को ओवरी में बनने से रोकता है।

ओवरी में परिपक्व अंडे न बनने के कारण आपको पीरियड (मासिक धर्म) नहीं आता है जो आप की प्रेगनेंसी का पहला संकेत (Pregnancy ke lakshan in hindi) होता है या ये प्रेगनेंसी का शुरुआती लक्षण हो सकता है।

जिन महिलाओं के पीरियड अनियमित रहते हैं वे इस संकेत को ध्यान में नहीं रख पाती हैं।

पीरियड के ना आने के लगभग 7 दिन बाद गर्भावस्था की पुष्टि घरेलू गर्भावस्था परीक्षण द्वारा करनी चाहिए। घरेलू गर्भावस्था परीक्षण, आपके यूरिन में HCG नामक हार्मोन के स्तर का पता लगाता है और यह दिखाने में सक्षम होता है कि क्या आप गर्भवती हैं।

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गर्भ ठहरने के लक्षण है मरोड़ या ऐंठन – Main symptoms of pregnancy in Hindi

जब निषेचित अंडा (fertilized egg) गर्भाशय की परत से जुड़ता है, तो आप को हल्का रक्तस्राव हो सकता है। हालांकि यह रक्तस्राव नियमित अवधि की तुलना में बहुत हल्का होता है और इस दौरान आप को पेट में हल्की मरोड़ और  ऐंठन (Pregnancy ke lakshan in hindi) महसूस हो सकती है। इसलिए ब्लीडिंग, मरोड़ या ऐंठन गर्भावस्था के सबसे शुरुआती लक्षण हो सकता है।

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गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण है सुबह और शाम उबकाई या मिचली आना – Pregnancy symptom in Hindi

उबकाई या मिचली आमतौर पर 4 से 6 सप्ताह के आसपास शुरू हो सकती है। जो कि विशेष रूप से सुबह और शाम ज्यादा होती है।

हालांकि, इसके होने का स्पष्ट कारण अभी तक पता नहीं चला है फिर भी, वैज्ञानिको का मनना है कि गर्भावस्था के समय निकलने वाले हार्मोन इसमें एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। इसलिए सुबह और शाम उबकाई या मिचली गर्भावस्था के सबसे शुरुआती लक्षण हो सकता है।

गर्भ ठहरने के शुरुआती लक्षण है स्तन के आकार में परिवर्तन – Basic symptoms of pregnancy in Hindi

कई महिलाओं को गर्भावस्था के पहले हफ्तों में स्तनों में बदलाव (प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण) का अनुभव होता है। इन परिवर्तनों को कोमलता, भारीपन या झुनझुनी के रूप में महसूस किया जा सकता है। परिवर्तन से होने वाली बेचैनी आम तौर पर कई हफ्तों के बाद कम हो जाती है।

प्रेगनेंसी के लक्षण है किसी विशेष खाद्य पदार्थों के प्रति लालसा – Symptoms of pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के दौरान आप को कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति लालसा हो सकती है यह लक्षण गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है। इस दौरान आपकी स्वाद और गंध दोनों के प्रति संवेदनाएं बढ़ जाती हैं साथ ही आप मुंह के स्वाद में बदलाव या कमी का अनुभव कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान किसी विशेष खाद्य पदार्थों के प्रति लालसा गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण हो सकता है।

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गर्भ ठहरने के लक्षण है थकान महसूस करना – Symptoms for pregnancy in Hindi

अधिकांश महिलाऐं शुरुआती गर्भावस्था में बेहद थका (प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण) हुआ महसूस करती हैं। गर्भावस्था का यह संकेत हार्मोन प्रोजेस्टेरोन के उच्च स्तर के कारण होता है।

हालांकि, अधिकांश महिलाएं दूसरी तिमाही में अधिक ऊर्जा महसूस करती हैं। परन्तु, तीसरी तिमाही में आप की ऊर्जा का स्तर फिर से कम होने लगता है।  गर्भावस्था के दौरान थकान महसूस करना प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण हो सकता है।

प्रेगनेंसी के लक्षण है मिजाज में बदलाव – Sign of pregnancy in Hindi

आपके मन, व्यवहार या मूड में जब अचानक बहुत ज्यादा परिवर्तन देखने को मिलता है तो उसे ही मूड स्विंग कहते हैं।

हार्मोन का स्तर बदलने के कारण गर्भावस्था की पहली तिमाही में मूड स्विंग होना एक सामान्य बात है। इस अवस्था में आप कभी तनाव, चिंता उदास तो कभी खुशी महसूस कर सकती हैं।

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गर्भावस्था के लक्षण है वेजाइनल डिस्चार्ज – Basic symptoms of pregnancy in Hindi

कुछ महिलाओं को प्रारंभिक गर्भावस्था (Early symptoms of pregnancy in hindi) में वजाइनल स्राव (Vaginal discharge) हो सकता है। जिसे ल्यूकोरिया (Leucorrhea) कहते हैं। जोकि विभिन्न हार्मोनल बदलावों के कारण होता है।

यह स्राव सफेद रंग का, बेहद पतला और थोड़ी गंध वाला हो सकता है। ऐसा डिस्चार्ज बिलकुल सामान्य है और इसे लेकर किसी भी तरह की चिंता करने की बात नहीं है।

यह गर्भावस्था के पहले हफ्तों में या पूरी गर्भावस्था में रह सकता है।

हालांकि, हल्के पीले या भूरे रंग का डिस्चार्ज किसी इंफेक्शन जैसे यीस्ट इंफेक्शन या बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है।

इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले डिस्चार्ज पर विशेष ध्यान दें और बीच-बीच में अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करते रहें।

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प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण है बार-बार यूरिन आना –  Symptoms for pregnancy in Hindi

बार-बार पेशाब आना (Pregnancy ke lakshan in hindi) कई महिलाओं में छठे या आठवें सप्ताह के आसपास शुरू होता है। हालांकि, कई बार यह मूत्र पथ के संक्रमण या मधुमेह के कारण भी हो सकता है।

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प्रेगनेंसी के लक्षण है गर्भावस्था के दौरान कब्ज – Symptoms of pregnancy in hindi in first month

गर्भावस्था के दौरान आपके बढ़ते प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर के कारण आपको  कब्ज (प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण) जैसी समस्या हो सकती हैं कॉन्स्टिपेशन से बचने के लिए डॉक्टर आपको अधिक मात्रा में पानी पिने , व्यायाम करने और उच्च फाइबर युक्त भोजन करने की सलाह देते हैं।

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गर्भ ठहरने के शुरुआती लक्षण है पेट दर्द, सिर दर्द और कमर दर्द – Symptom Of Pregnancy In Hindi

कई गर्भवती महिलाओं को 1 से 12 हफ्ते के दौरान अक्सर हल्के पेट दर्द और सिर दर्द की शिकायत होती है हालांकि कुछ महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कमर दर्द और पीठ दर्द का अनुभव भी कर सकती हैं। जोकि  मांसपेशियां में खिंचाव के कारण हो सकता है।

यदि ऐसा है तो आपके पूरे प्रेगनेंसी में वजन बढ़ने के दौरान यह तकलीफ बढ़ सकती है। मुख्यतः यह लक्षण गर्भावस्था के तीसरी तिमाही में अधिक देखने को मिलता है।

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गर्भावस्था के लक्षण है गर्भावस्था के दौरान सांस की तकलीफ – Symptoms of pregnancy in Hindi first week

भ्रूण  के प्रारंभिक विकास के समय कुछ महिलाओं को सांस लेने में कमी महसूस हो सकती है, हालांकि गर्भावस्था के बाद के चरणों में यह लक्षण अधिक सामान्य है।

गर्भ ठहरने के लक्षण है गर्भावस्था के दौरान मुंहासे – Symptoms Of Pregnancy In Hindi

प्रेगनेंसी के दौरान चेहरे पर मुंहासे (Pregnancy symptoms) होना काफी आम है, खासकर प्रेगनेंसी के शुरूआती महीनों में। जोकि एण्ड्रोजन के स्तर में वृद्धि होने के कारण होता है जो त्वचा पर अत्यधिक तेल और वैक्स का कारण बनता हैप्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के चेहरे में भी चमक आ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हार्मोन शरीर में रक्त संचार को बढ़ा देते हैं और इससे आपके शरीर व चेहरे पर चमक आ जाती है।

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Pregnancy symptoms FAQs in Hindi | अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

सवाल : क्या मैं गर्भवती हूँ, कैसे पता चलेगा?

जवाब : दुर्भाग्य से, ऊपर बताए गई लक्षणों में से कई लक्षण गर्भावस्था के समय नहीं दिखाई देते। या कभी कभी ऐसे लक्षण आप की किसी बीमारी को संकेत कर सकते हैं। इसी तरह,आप इनमें से कई लक्षणों का अनुभव किए बिना ही गर्भवती हो सकती हैं।
फिर भी, यदि आपको पीरियड नहीं आता और ऊपर दिए गई कुछ लक्षणों (Early symptoms of pregnancy) को आप नोटिस करती हैं तो आप घर पर गर्भावस्था परीक्षण करें या अपने को किसी नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में दिखाएं। यदि आपका गर्भावस्था परीक्षण और अल्ट्रासाउंड सकारात्मक आता है तो आप अपनी प्रसव पूर्व देखभाल करनी शुरू कर दें।

सवाल : प्रेगनेंसी टेस्ट करने का घरेलू उपाय क्या है?

जवाब : घरेलू गर्भावस्था परीक्षण आमतौर पर बहुत ही विश्वसनीय तरीका है प्रेगनेंसी की जांच का। जो प्रेगनेंसी टेस्ट किट द्वारा किया जाता है यह टेस्ट किट ह्युमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (HCG) की उपस्थिति का पता लगाती है। यह एक हॉर्मोन है जो प्रेग्नेंट होने पर निकलता है। इस जांच का परिणाम कुछ ही मिनटों के भीतर आ जाता है।

सवाल : प्रेग्नेंट होने के कितने दिन बाद आप को लक्षण दिखाई पड़ते हैं?

जवाब : प्रेगनेंसी के 10 से 14 दिन बाद गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण सामने आते हैं।

सवाल : गर्भावस्था का पहला महीना कब शुरू होता है?/ प्रेगनेंसी कब से काउंट होती है?

जवाब : गर्भवास्था लगभग 40 हफ्तों (यानि नौ कैलेंडर महीने) की मानी जाती है जिसकी शुरुआत आपके अंतिम पीरियड के पहले दिन से होती है। मतलब, शिशु के जन्म की संभावित तारीख जानने के लिए गर्भावस्था की इस समयावधि को अपनी अंतिम पीरियड के समाप्त होने के पहले दिन से जोड़ दीजिए।

सवाल : प्रेगनेंसी में उल्टी कब से शुरू होती है?

जवाब : गर्भवती महिलाओं को पहली तिमाही के चौथे से छठे हफ्ते के बीच उल्‍टी की दिक्‍कत होने लगती है। इस समय गर्भाशय में इंप्‍लांटेशन पूरा होने लगता है। शुरुआती तीन महीने खत्‍म होने पर उल्‍टी की शिकायत भी खत्‍म हो सकती है और कभी कभी यह सात महीने भी चल सकती है।

सवाल : प्रेग्नेंट होने के बाद क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

जवाब : आपकी एक गलती अनचाहे गर्भपात की वजह बन सकती है। इसलिए प्रेगनेंसी के समय आपको कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। इसके लिए नीचे दिए गई बातों को ध्यान में रखें –
ज्यादा न झुकें, ज्यादा देर तक खड़े न रहे, पेट के बल न सोएं , तंग वाले कपड़े न पहनें, ऊंची हील वाले फुटवियर न पहनें, बिना डॉक्टरी सलाह के दवा का सेवन ना करें, एक्स-रे ना करवाएं अगर करवाना है तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही करवाएं, धूम्रपान और शराब का सेवन न करें, (Early symptoms of pregnancy in hindi) भारी चीजें न उठाएं, रसायनो के संपर्क में ना रहें जैसे घर के दीवारों के रंग।
क्या न खाएं- ज्यादा तीखा न खाएं, बिना उबले दूध से बनी चीजों का सेवन न करें, बहुत तेल-घी खाने से बचें, कच्चा या अध पका खाना ना खाए, डब्बा बंद जूस, कॉफी, चाय और कोला-पेप्सी न पियें, कम पके मांस और समुद्री भोजन से दूर रहें।

सवाल : प्रेगनेंसी में क्या-क्या खाना चाहिए?/ प्रेगनेंसी में सुबह उठकर क्या खाना चाहिए

जवाब : गाय का दूध, नारियल का पानी, नींबू पानी, फल,दलिया, रवा, उपमा, पोहा, दाल, गाजर, पालक, पनीर, चिकन, अखरोट, बादाम, काजू , किसमिस, खजूर इत्यादि का सेवन आपको तंदरुस्त बनाए रखता है और आप के गर्भ में पल रहे शिशु को आवश्यक पोषक तत्व  प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक में क्लिक करें।

सवाल : एक महीने की प्रेगनेंसी के लक्षण क्या हैं?

जवाब : एक महीने की प्रेगनेंसी के लक्षणों में शामिल हैं- पीरियड का ना आना, पेट में मरोड़ या ऐंठन होना , सुबह और शाम उबकाई या मिचली, स्तन के आकार में परिवर्तन, किसी विशेष खाद्य पदार्थों के प्रति लालसा, थकान महसूस करना,
मिजाज में बदलाव, कब्ज, गर्भावस्था के दौरान मुंहासे।

और पढ़ें – गर्भावस्था की तीसरी तिमाही: लक्षण, शिशु विकास और ब्लड टेस्ट।

सवाल : पीरियड मिस होने के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करें?

जवाब : पीरियड्स मिस होने के लगभग एक हफ्ते बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट करने की सलाह दी जाती है।

सवाल : प्रेगनेंसी का पता कैसे चलता है?

जवाब : पीरियड का ना आना प्रेगनेंसी का पहला संकेत हो सकता है। यदि आपको लगे आपको पीरियड नहीं आया है तब आप घर में ही रहकर प्रेगनेंसी टेस्ट किट द्वारा इस बात की पुष्टि कर सकती हैं। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड, यूरिन परीक्षण और HCG परीक्षण द्वारा डॉक्टर प्रेगनेंसी का पता लगते हैं।

और पढ़ें – गर्भावस्था की पहली तिमाही के लक्षण, भ्रूण विकास और डाइट प्लान।

सवाल : पीरियड्स मिस होने के कितने दिन बाद उल्टी लगती है?

जवाब : गर्भाधान के 4-6 सप्ताह बाद उल्टी जैसा महसूस  हो सकता है जो होर्मोनेस के बदलाव के कारण हो सकता है।

सवाल : पीरियड आने के बाद भी क्या कोई प्रेग्नेंट हो सकते है?

जवाब : क्योंकि प्रेगनेंट होने पर ओवुलेशन नहीं होता है इसलिए पीरियड आते हैं। समान्यतः पीरियड्स तभी आते हैं जब आप प्रेगनेंट नहीं होती हैं। हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान आप थोड़ी ब्‍लीडिंग महसूस कर सकती हैं, जो ब्लास्टोसिस्ट के गर्भाशय की दीवारों में इम्प्लांट होने के कारण होता है।

ये हैं प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण (Symptoms Of Pregnancy In Hindi) की पूरी जानकारी। कमेंट में बताएं आप को यह पोस्ट कैसी लगी। साथ ही अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करें।

Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।

संदर्भ (References)

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