जब प्राकृतिक तरीके आयरन बढ़ाने में कारगर साबित नहीं होते हैं, तो डॉक्टर अक्सर आयरन टेबलेट (Iron tablet) या आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में आयरन मिलता है और लोग स्वस्थ महसूस करते हैं। यह लेख आयरन टेबलेट के फायदे (Iron Tablet Benefits), इसकी मात्रा (Iron tablet dose) और आयरन टेबलेट के दुष्प्रभाव (Iron tablet side effects) के बारे में जानकारी दे रहा है। साथ ही इस पोस्ट में आयरन सप्लीमेंट का उपयोग (Iron tablet uses) कैसे करना है वह भी बताया गया है।
आयरन क्या है? (What is Iron in Hindi)
आयरन एक महत्वपूर्ण तत्व है, जो रक्त में हीमोग्लोबिन (खून) बनने में मदद करता है। इसके अलावा आयरन कोशिकाओं, हार्मोन संश्लेषण, शारीरिक विकास, त्वचा, बालों और नाखूनों के लिए भी आवश्यक है। आयरन लीवर में फेरिटिन के रूप में संग्रहित होता है। (1) (2)
इसका उपयोग तब होता है जब अस्थि मज्जा (bone marrow) खून बनती है। यदि आपके रक्त में आयरन की पर्याप्त मात्रा नहीं है, तो आपका शरीर हीमोग्लोबिन नहीं बना पाएगा, और इससे आपको एनीमिया हो सकता है। (3)
आयरन की कमी के लक्षण (Symptoms of Iron-Deficiency Anemia in Hindi)
कम आयरन के स्तर से होने वाले एनीमिया के लक्षण निम्नलिखित हैं- (3, 4)
- त्वचा का पीला पड़ना
- थकान या ऊर्जा की कमी
- सांस की तकलीफ या सीने में दर्द
- कमजोरी
- दिल की तेज धडकन
- सिरदर्द
- नाखून या बालों का टूटना
- कान से भनभनाहट की आवाज सुनाई पड़ना
- बिना नियंत्रण के पैरों का हिलना
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आयरन सप्लीमेंट्स (आयरन टेबलेट) क्या हैं? (What are Iron supplements in Hindi)
आयरन सप्लीमेंट (टेबलेट) एक प्रकार के साल्ट्स होते हैं जिनका उपयोग शरीर में आयरन की कमी को दूर करने के लिए किया जाता है। बाजार में आयरन सप्लीमेंट मुख्यतः टैबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन और सिरप के रूप में उपलब्ध होते हैं। (5)
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) के अनुसार, आयरन टेबलेट (आयरन सप्लीमेंट्स) में निम्नलिखित साल्ट्स मौजूद हो सकते हैं। (5 ,6) जैसे –
- फेरस सल्फेट,
- फेरस ग्लूकोनेट,
- फेरिक साइट्रेट,
- फेरिक सल्फेट,
- फेरस फ्यूमरेट,
- डेक्सट्रान,
- आयरन सुक्रोज
- आयरन कार्बोक्सिमल्टोज और
- आयरन आइसोमाल्टोसाइड।
ओरल आयरन सप्लीमेंट (आयरन की गोली) में फेरस फ्यूमरेट, फेरस ग्लूकोनेट, फेरस सक्सेनेट,फेरिक सल्फेट और फेरस सल्फेट जैसे साल्ट्स होते हैं। जबकि इंट्रावेनस (IV) आयरन सप्लीमेंट में डेक्सट्रान, आयरन सुक्रोज आयरन कार्बोक्सिमल्टोज और आयरन आइसोमाल्टोसाइड जैसे साल्ट्स मौजूद रहते हैं।
एस्कॉर्बिक एसिड (विटामिन सी) शरीर में आयरन को अधिक कुशलता से अवशोषित करता है, इसलिए आयरन सप्लीमेंट्स बनने वाली कम्पनी आयरन सप्लीमेंट्स के साथ एस्कॉर्बिक एसिड भी मिला सकती हैं। प्रत्येक आयरन सप्लीमेंट्स में आयरन की अलग-अलग मात्रा होती है। इसलिए डॉक्टर के अनुसार की आयरन सप्लीमेंट्स लें।
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आयरन टेबलेट लेने की सलाह किसे दी जाती है? (Who is advised to take an iron supplement?)
निम्नलिखित समूहों के लोगों को आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया का खतरा अधिक रहता है। इसलिए ऐसे लोगों को डॉक्टर आयरन टेबलेट लेने की सलाह दे सकते हैं (7, 8)
- महिलाएं जिनका मासिक धर्म भारी हो,
- गर्भवती महिलाएं,
- स्तनपान करा रही महिलाएं,
- ऐसे लोग जिनकी बड़ी सर्जरी या शारीरिक आघात हुआ हो,
- छोटे बच्चे जो गाय का दिध पीते हों (गाय के दूध में ना केवल थोड़ा आयरन होता है, बल्कि यह आयरन के अवशोषण को भी कम कर सकता है।)
- शाकाहारी लोग जिनके आहार में आयरन की कमी हो,
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोगों से ग्रसित लोग जैसे सीलिएक रोग, इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (अल्सरेटिव कोलाइटिस, या क्रोहन रोग),
- पेप्टिक अल्सर रोग वाले लोग,
- ऐसे लोग जो नियमित रूप से रक्तदान करते हैं।
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आयरन सप्लीमेंट के प्रकार (Types of Iron Supplements in Hindi)
आयरन सप्लीमेंट्स आमतौर पर दो प्रकार के होते हैं (9)-
- ओरल आयरन सप्लीमेंट
- इंट्रावेनस (IV) आयरन सप्लीमेंट
1. ओरल आयरन सप्लीमेंट – Oral Iron supplements in Hindi
ओरल आयरन सप्लीमेंट टैबलेट, कैप्सूल और सिरप के रूप में होते हैं।
2. इंट्रावेनस (IV) आयरन सप्लीमेंट – Intravenous (IV) Iron supplements in Hindi
इंट्रावेनस (IV) आयरन सप्लीमेंट इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध हैं।
इंट्रावेनस (IV) आयरन सप्लीमेंट उन लोगों को दिए जाते हैं जो आंत में आयरन को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाते हैं या जिन्हें तेजी से सुधार की आवश्यकता है।
आयरन की गोली के नाम (Iron tablets name in Hindi)
Lupiheme Tablet
HB 29 X TABLET
HB 29 Tablet
Zemcifer Tablet
Imferon Tablet
Feronia XT Tablet
Pure Nutrition Iron Tablet
Docofer Tablet
Femiup XT Tablet
Haemaday Tablet
Roseus Tablet
Zemcifer Chewable Tablet
Roselina Tablet
Phosfomin TM Iron Tablet
चलिए अब आयरन की गोली खाने के फायदे और नुकसान के बारे में पढ़ते हैं।
आयरन की गोली के फायदे (Iron tablet Benefits in Hindi)
वैज्ञानिक अध्ययनों के आधार पर अब आयरन टेबलेट के फायदे जानते हैं –
1. एनीमिया के इलाज में आयरन की दवा का फायदा- Benefits of Iron pills for anemia treatment in Hindi
शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, एनीमिया को रोकने में आयरन सप्लीमेंट बहुत फायदेमंद होते हैं। इसलिए जिन लोगों का हीमोग्लोबिन कम होता है, उन्हें डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। (10)
2. शरीर को ऊर्जा देने के लिए आयरन टेबलेट का उपयोग- Benefits of Iron pills for energy in Hindi
आयरन आपकी मांसपेशियों और मस्तिष्क तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।
यदि आपके रक्त में पर्याप्त आयरन नहीं है, तो आप ऊर्जा की कमी महसूस कर सकते हैं। इसलिए शरीर को पर्याप्त ऊर्जा देने के लिए आयरन सप्लीमेंट का इस्तेमाल किया जा सकता है। (11)
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3. आयरन के फायदे फोकस और एकाग्रता में सुधार लाने में – Benefits of Iron Supplements for Focus and Concentration in Hindi
शोध से पता चलता है कि जब रक्त में आयरन का स्तर गिरता है, तो इससे एकाग्रता और फोकस (ध्यान) में कमी आती है। परन्तु, आयरन के सेवन से इसमे सुधार आता है।इसलिए अगर शरीर में आयरन का स्तर कम है और प्राकृतिक तरीके कारगर साबित नहीं हो पा रहे हों, तो आप आयरन सप्लीमेंट ले सकते हैं। (12)
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4. एथलेटिक प्रदर्शन में सुधार लेन में आयरन कैप्सूल का उपयोग- Use of Iron Capsules for Athletic Performance in Hindi
पर्याप्त आयरन शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ा सकता है। ऊर्जा का उच्च स्तर थकान लगने से बचाता है। इसलिए यदि आपका आयरन लेवल कम है, तो डॉक्टर के अनुसार आयरन सप्लीमेंट ले सकते हैं। (13)
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5. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयरन टेबलेट खाने के लाभ- Benefits of iron tablet for immunity in Hindi
आयरन टेबलेट इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में काफी लाभकारी होती हैं। यह रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा को संतुलित रखती हैं, जो क्षतिग्रस्त कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों को ऑक्सीजन प्रदान करती हैं, और साथ ही शरीर को संक्रमण से लड़ने की क्षमता देती है। (14)
6. नींद बहाल करने में आयरन सिरप के फायदे- Benefits of iron tablet for better sleep in Hindi
ऑटिज्म एक मानसिक बीमारी है, जो सामान्य रूप से बच्चे के मानसिक विकास को रोक देती है। 2007 के शोध में पाया गया कि यदि ऑटिस्टिक रोग से पीड़ित बच्चों को आयरन की सही खुराख दी जाए तो यह इस रोग के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, जिसमें विशेष रूप से बेचैन नींद में सुधार लाना है। (15)
इसलिए आयरन सप्लीमेंट का लाभ अच्छी नींद लेन में मदद कर सकती है।
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7. स्वस्थ गर्भावस्था बनाए रखने में आयरन टेबलेट का फायदा- Benefits of iron tablet for healthy pregnancy in Hindi
गर्भावस्था में आयरन- बढ़ते बच्चे के मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी (spinal cord), लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) और प्लेसेंटा के विकास में मदद करता है। (16)
आयरन टेबलेट का फायदा हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने और भ्रूण को एनीमिया से बचाने में भी मदद करता है।
कम आयरन के कारण अजन्मे बच्चों में कई जन्म दोषों का खतरा रहता है। यही कारण है कि डॉक्टर गर्भावस्था की पहली तिमाही के बाद आयरन टेबलेट खाने की सलाह देते हैं।
आयरन टेबलेट की खुराक (Dose of iron tablet in Hindi)
आपको प्रतिदिन कितने आयरन की आवश्यकता है यह आपकी उम्र, लिंग और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इसलिए डॉक्टर से पूछ कर ही आयरन टेबलेट (आयरन सप्लीमेंट्स) लें।
प्रत्येक व्यक्ति को कितना एलिमेंटल आयरन की आवश्यकता होती है इसे हमने नीचे सूचीबद्ध किया है (17)।
19-50 वर्ष तक के लोग के लिए आयरन की मात्रा: पुरुष 8 मिलीग्राम / दिन, महिलाएं 18 मिलीग्राम / दिन।
गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन की मात्रा: 27-60 मिलीग्राम/ दिन।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए आयरन की मात्रा: 9-10 मिलीग्राम/ दिन।
50 वर्ष से अधिक व्यक्तियों के लिए आयरन की मात्रा: 8 मिलीग्राम/दिन
0–6 माह तह के शिशु के लिए आयरन की मात्रा: 0.27 मिलीग्राम/दिन
7–12 माह तक के शिशु के लिए आयरन की मात्रा: 11 मिलीग्राम/दिन
1–13 साल के शिशु के लिए आयरन की मात्रा: 7-10 मिलीग्राम/दिन
हालांकि, वयस्कों में आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया के इलाज के लिए प्रति दिन 100 से 200 मिलीग्राम एलिमेंटल आयरन (शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम 2 से 5 मिलीग्राम आयरन) की आवश्यकता होती है।
{*एलिमेंटल आयरन, सप्लीमेंट में मौजूद आयरन की कुल मात्रा है जिसे शरीर अवशोषित करता है। उदाहरण के लिए फेरस सल्फेट (आयरन टेबलेट) की 325 मिलीग्राम खुराक में एलिमेंटल आयरन की मात्रा 65 मिलीग्राम होती है।}
क्योंकि विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड) आयरन के अवशोषण में सुधार करता है, इसलिए डॉक्टर आयरन की गोलियों के साथ 250 मिलीग्राम विटामिन सी लेने की भी सलाह दे सकते हैं।
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आयरन टेबलेट कब तक लेना चाहिए? (How long should you take iron supplements in Hindi)
ज्यादातर लोगों में, हीमोग्लोबिन और आयरन का स्तर आमतौर पर आयरन थेरेपी के 2 महीने बाद सामान्य हो जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में, आयरन की खुराक को अगले 6-12 महीनों तक जारी रखने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, रक्त परीक्षणों के आधार पर ही आपका डॉक्टर निर्धारित करेंगें कि आपको कब तक आयरन सप्लीमेंट लेना है। (18)
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गर्भावस्था और आयरन की गोलियां (Iron Tablets in pregnancy in Hindi)
आयरन टेबलेट्स इन प्रेगनेंसी – Iron tablet dose in pregnancy in Hindi
प्लेसेंटा और बढ़ते भ्रूण के स्वस्थ विकास के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रति दिन लगभग 30-60 मिलीग्राम मौलिक आयरन की आवश्यकता होती है। (19)
आयरन की गोली का उपयुक्त समय गर्भधारण के लगभग 12 सप्ताह (दूसरी तिमाही की शुरुआत) के बाद होता है, जब गर्भावस्था के लिए आयरन की आवश्यकता बढ़ने लगती है।
हालांकि, डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट से पहले फोलिक एसिड (0.4 मिलीग्राम/400 माइक्रोग्राम) देना शरू कर सकते हैं जो लगभग प्रेगनेंसी के शुरुवाती 12 सप्ताह तक चलती है। फोलिक एसिड दवा शिशु में जन्म दोष (न्यूरल ट्यूब दोष) को रोकने में मदद करती है। (20)
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आयरन की गोलियां लेते समय सावधानियां क्या रखें? (Precautions of iron tablets in Hindi)
आयरन टेबलेट खाने के नियम – Rules for taking iron supplements in Hindi
आयरन टेबलेट्स लेने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें (21, 22)-
- आयरन सप्लीमेंट्स हमेशा खली पेट लें।
- आयरन सप्लीमेंट लेने का आदर्श समय भोजन से एक घंटा पहले या दो घंटे बाद खाली पेट है। ऐसा इसलिए क्योंकि एसिडिक पेट आयरन के अवशोषण में मदद करता है।
- दूध, कैफीन या कैल्शियम सप्लीमेंट के साथ आयरन सप्लीमेंट ना लें, क्योंकि ये आयरन अवशोषित की मात्रा को कम कर सकते हैं,
- अवशोषण बढ़ाने के लिए अपने आयरन सप्लीमेंट को विटामिन सी (उदाहरण के लिए, एक गिलास संतरे का रस) के साथ लेने का प्रयास करें , क्योंकि विटामिन सी आयरन अवशोषण को बढ़ती हैं।
- आयरन सप्लीमेंट्स के रासायनिक यौगिकों को स्थिर रखने के लिए उन्हें कमरे के तापमान, 15 C-30 C (59 F-86 F) पर संग्रहित (store) करें। हालांकि, इन्हें स्टोर करने से पहले उनमें लिखे निर्देशों को जरूर पढ़ लें।
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आयरन टेबलेट के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स (Iron tablets side effects in Hindi)
आयरन सप्लीमेंट चाहे वह किसी भी रूप (जैसे- आयरन कैप्सूल, आयरन टेबलेट, सिरप और इंट्रावेनस) में लिया गया हो, इसकी उच्च खुराक शरीर के लिए नुकसान दयाक हो सकती है। आयरन सप्लीमेंट से जुड़े सबसे आम दुष्प्रभाव में शामिल हैं (23, 24)-
- कब्ज,
- दस्त,
- पेट दर्द,
- सूजन,
- मतली
- उल्टी
- काला मल,
- दांत में दाग
- मुँह में धातु जैसा स्वाद आना
- सीने में जलन
1. आयरन टेबलेट के साइड इफेक्ट्स है कब्ज या दस्त – Constipation or Diarrhea
कब्ज, आयरन सप्लीमेंट के सबसे आम दुष्प्रभावों में से एक है, हालांकि, आयरन सप्लीमेंट के अधिक सेवन से दस्त भी इसका दुष्प्रभाव हो सकता है। इसलिए डॉक्टर कब्ज को दूर करने के लिए स्टूल सॉफ़्नर दे सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर कब्ज को दूर करने के लिए फलों और सब्जियों के साथ आहार में फाइबर बढ़ाने और दही का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।
2. आयरन की दवा के दुष्प्रभाव हैं पेट दर्द, सूजन, मतली और उल्टी – Abdominal pain, Bloating, Nausea and Vomiting
पेट दर्द, सूजन, मतली और उल्टी भी आयरन सप्लीमेंट के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। आमतौर पर आयरन के अच्छे अवशोषण के लिए डॉक्टर आयरन सप्लीमेंट को खाली पेट लेने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर खली पेट लेने पर आपको परेशानी हो रही हो तो आप इसे थोड़ी मात्रा में भोजन के साथ लेने सकते हैं।
3. आयरन की गोली के नुकसान है भूरा या काला मल – Brown or Black stool
जब आप आयरन सप्लीमेंट ले रहे हों तो हरे या भूरे-काले रंग का मल सामान्य होता है। परन्तु, मल में रक्त आना चिंता का विषय हो सकता है। ऐसी स्थति में तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें।
4. आयरन सिरप का नुकसान है दांत में दाग – Teeth Stains
यदि आप आयरन सप्लीमेंट को तरल रूप (liquid form) लेते हैं, तो यह आपके दांतों में दाग लगा सकता है। हालांकि, आयरन सप्लीमेंट को पानी या जूस में मिलाकर straw के साथ पीने से इससे बचा जा सकता है।
5. आयरन कैप्सूल का दुष्प्रभाव है मुँह में धातु जैसा स्वाद आना – Metallic taste in mouth
कुछ लोग में आयरन सप्लीमेंट लेने के बाद उनके मुँह में धातु जैसा स्वाद आ जाता है। इसलिए डॉक्टर इलाइची या च्यूइंग गम खाने की सलाह देते हैं।
6. आयरन टेबलेट साइड इफेक्ट्स है सीने में जलन – Heartburn
सीने में जलन भी आयरन सप्लीमेंट का साइड इफ़ेक्ट हो सकता है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आपके आयरन सप्लीमेंट के साथ एंटासिड* नहीं लेना है।
(*एंटासिड ऐसी दवाएं हैं जो अपच और जलन को दूर करने के लिए आपके पेट के एसिड को बेअसर करती हैं।)
एंटासिड दवाएं आयरन सप्लीमेंट के साथ क्रिया कर सकती हैं, जिससे आयरन का अवशोषण कम हो सकता है, इसलिए एंटासिड का सेवन कम से कम दो घंटे बाद ही करें।
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निष्कर्ष (Conclusion)
आयरन एक महत्वपूर्ण खनिज है जो ऑक्सीजन के परिवहन और रक्त में हीमोग्लोबिन (रक्त) के निर्माण के लिए आवश्यक है। जिन लोगों को अपने आहार से पर्याप्त आयरन नहीं मिलता है, उनके लिए डॉक्टर अक्सर आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। गर्भवती महिलाओं, शिशुओं, छोटे बच्चों और कुछ चिकित्सीय स्थितियों वाले लोगों में आयरन के निम्न स्तर का खतरा बढ़ जाता है।
बाजार में विभिन्न प्रकार के आयरन टेबलेट (आयरन सप्लीमेंट) उपलब्ध हैं जो शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए हमेशा फायदेमंद होते हैं। हालांकि, आयरन सप्लीमेंट की अत्यधिक या गलत खुराक शरीर में दुष्प्रभाव भी पैदा कर सकती है। इसलिए, किसी भी प्रकार के आयरन सप्लीमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना सुनिश्चित करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न | FAQ about Iron Supplements in Hindi
Q. आयरन की गोली का कंपोजिशन क्या होता है?
Ans. आयरन की गोली विभिन्न प्रकार के रासायनिक यौगिकों को मिला कर बनाई जाती है। इन यौगिकों में शामिल हैं फेरस सल्फेट,फेरस ग्लूकोनेट,फेरिक साइट्रेट,फेरिक सल्फेट,फेरस फ्यूमरेट।
Q. आयरन की गोली कितने दिन तक खानी चाहिए?
Ans. डॉक्टर लगभग 2 महीने तक आयरन की गोलियां लेने की सलाह देते हैं। हालांकि, अगर स्थिति में कोई सुधार नहीं होता है, तो डॉक्टर अगले 6-12 महीनों के लिए आयरन सप्लीमेंट बढ़ा सकते हैं।
Q. आयरन की टेबलेट कब लेनी चाहिए?
Ans. आयरन की गोली खाने के नियम यह है कि इसे भोजन से एक घंटा पहले या दो घंटे बाद खाली पेट खाना होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि खली पेट आयरन के अवशोषण में बढ़ाता है। इसके अलावा दूध, कैफीन या कैल्शियम सप्लीमेंट के साथ आयरन सप्लीमेंट नहीं लेना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये आयरन अवशोषित की मात्रा को कम कर सकते हैं।
Q. विद्यालय में आयरन की गोली क्यों दी जाती है?
Ans. बच्चों में अक्सर आयरन की कमी देखी जाती है। बच्चों में आयरन की कमी ना हो इसलिए विद्यालय में आयरन बच्चों में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए दिया जाता है।
Q. गर्भवती महिला को आयरन की गोली कितनी खानी चाहिए?
Ans. आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान महिला को प्रतिदिन लगभग 27 मिलीग्राम आयरन की जरूरत होती है। हालांकि, महिला के स्वास्थ्य और उम्र के अनुसार इसकी मात्रा कम या ज्यादा हो सकती है।
Q. प्रेगनेंसी में आयरन गोली कब खानी चाहिए?
Ans. गर्भावस्था के 13वें हफ्ते यानी दूसरे तिमाही की शुरुआत से आयरन की गोलियां ली जा सकती हैं।
Q. क्या गर्भावस्था के दौरान आयरन सप्लीमेंट्स ले सकते हैं?
Ans. जी हां, गर्भावस्था के दौरान आयरन सप्लीमेंट्स लिया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान शरीर में आयरन की कमी हो सकती है
इसलिए आयरन सप्लीमेंटेशन का सेवन आयरन की कमी को दूर करता है। ध्यान रहे आयरन सप्लीमेंट्स का सेवन डॉक्टर से परामर्श किए बिना करना नुकसानदायक हो सकता है।
Q. एक सामान्य गर्भावस्था में कुल कितने आयरन की आवश्यकता होती है?/ गर्भवती महिला को आयरन की गोली कितनी खानी चाहिए
Ans. एक सामान्य गर्भावस्था में 27-60 मिलीग्राम/ दिन आयरन की आवश्यकता होती है। डिलीवरी के बाद ज्यादातर महिलाएं एनीमिक होती हैं। इसलिए डॉक्टर आयरन की दवा प्रेगनेंसी के बाद लगभग 3 महीने तक और खाने की सलाह दे सकते हैं।
Q. गर्भावस्था में रक्त में किस तत्व की कमी हो जाती है?
Ans. प्लेसेंटा और बढ़ते भ्रूण की मांग को पूरा करने के लिए गर्भावस्था में आयरन तत्व की कमी हो जाती है।
ये हैं आयरन सप्लीमेंट के फायदे, मात्रा और दुष्प्रभाव के बारे में बताई गई जानकारी। कमेंट में बताएं आपको यह पोस्ट कैसी लगी। यदि आपको Iron Supplements in Hindi पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें।
Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।
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https://www.who.int/elena/titles/guidance_summaries/daily_iron_pregnancy/en/
United Kingdom National Health Service
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Mayo Clinic