Hibiscus Tea Benefits In Hindi : ग्रीन, ब्लैक, लेमन या दूध वाली चाय के बारे में तो हर कोई जनता है, पर क्या आप गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) के बारे में जानते हैं? अगर नहीं जानते हैं, तो आज हम आपको गुड़हल की चाय के फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे।
तो आइये अब इस पोस्ट को शरू करते हैं।Gudhal ki chai
गुड़हल की चाय (हिबिस्कस टी) | Hibiscus tea meaning in Hindi
Hibiscus tea in Hindi
गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) एक हर्बल चाय है जिसे अंग्रेजी भाषा में हिबिस्कस टी भी कहा जाता है।
गुड़हल की चाय गुड़हल के फूलों को सूखा कर और फिर पानी में उबाल कर तैयार की जाती है।
गुड़हल की चाय का रंग गहरा लाल और स्वाद खट्टा और तीखा होता है।
वैसे तो गुड़हल के कई प्रकार हैं, लेकिन हिबिस्कस सबदारिफा (Hibiscus sabdariffa) का इस्तेमाल हिबिस्कस की चाय बनाने में सबसे ज्यादा किया जाता है।
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गुड़हल में मौजूद पौष्टिक तत्व | Hibiscus nutritional value in Hindi
हिबिस्कस चाय (Gudhal ki chai) स्वाभाविक रूप से कैफीन मुक्त है। यूएसडीए न्यूट्रिएंट डेटाबेस (USDA Nutrient Database) के अनुसार, गुड़हल (हिबिस्कस) में कैल्शियम, लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जस्ता जैसे खनिज पाए जाते हैं।
गुड़हल (हिबिस्कस) विटामिन C और आयरन का भी एक अच्छा स्रोत (गुड़हल के फूल के फायदे) है। जो रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है साथ ही गुड़हल में एंथोसायनिन (फ्लेवोनोइड्स) भी पाया जाता है जो ऊंचे रक्तचाप के स्तर को कम करने, सामान्य सर्दी जुखाम को दूर करने और मूत्र संबंधी संक्रमण (Urinary tract infections) को ठीक करने के लिए फायदेमंद होता है।
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100 ग्राम गुड़हल में पोषक तत्व
पौष्टिक तत्व | मात्रा |
प्रोटीन | 0.43 g |
फैट | 0.65 g |
कोलेस्ट्रॉल | 0 mg |
कार्बोहाइड्रेट | 7.41 g |
विटामिन A | 296 IU |
विटामिन B9 | 1 µg |
विटामिन C | 18.4 mg |
विटामिन E | 0 mg |
विटामिन K | 0 µg |
फोलेट्स | 1 µg |
आयरन | 8.64 mg |
कैल्शियम | 1 mg |
मैग्नीशियम | 1 mg |
जिंक | 0.12 mg |
मैग्नीशियम | 1 mg |
कॉपर | 0.07 mg |
गुड़हल की चाय के 7 फायदे | Hibiscus Tea benefits in Hindi
हिबिस्कस टी की एक चुस्की न केवल थकान दूर करती है बल्की आपके स्वास्थ को स्वस्थ भी रखती हैं।
गुड़हल की चाय के कई स्वास्थ्यवर्द्धक गुण होते हैं जिसमें एंटीऑक्सीडेंट (एंटीऑक्सीडेंट), एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीपैरासिटिक गुण (गुड़हल के फूल के फायदे) प्रमुख हैं, जो कॉलेस्ट्रॉल, मधुमेह, रक्तचाप, गुर्दे की बीमारियों और गले के संक्रमण जैसे रोगों के इलाज (Benefits of hibiscus tea in Hindi) में काम आती हैं।
गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) के फायदे निम्नलिखित हैं –
- वजन घटाने में
- कोलेस्ट्रॉल को कम करने में
- दिल की बीमारियों को दूर रखने में
- रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ाने में
- गुर्दे की पथरी की रोकथाम में
- कैंसर के इलाज में
- त्वचा और बालों को सुंदर और स्वस्थ बनाए रखने में
गुड़हल की चाय के फायदे |
1. गुड़हल की चाय के फायदे वजन घटाने में – Hibiscus tea for weight loss in Hindi
गुड़हल (हिबिस्कस) में एंटी-ओबेसोजेनिक (Anti-obesogenic) गुण वाले पॉलीफेनोलिक यौगिक (Polyphenolic compounds) प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जो प्राकृतिक रूप से वजन कम करने में मदद करते हैं।
सुबह के वक्त गुड़हल (हिबिस्कस) की चाय पीने से लीवर की सेहत में सुधर (गुड़हल के फूल के फायदे) होता है और साथ ही मेटाबॉलिज्म (Metabolism) और पाचन (Digestion) अच्छा होता है। जिससे मोटापे को कम करने में मदद मिलती है।
एक ह्यूमन ट्रायल (मानव परीक्षण) में 12 सप्ताह तक लोगों को हिबिस्कस एक्ट्रेक्ट (Hibiscus extract) दिया गया। 12 सप्ताह बाद जब उनको जांचा गया। तो उनके संपूर्ण शरीर के वजन, वसा और कूल्हे से लेकर कमर तक के अनुपात में कमी दर्ज की गई।
इसलिए नियमित रूप से गुड़हल (हिबिस्कस) की चाय पीने से यह हमारे वजन को घटाने में मदद कर सकती है।
2. हिबिस्कस टी का उपयोग कोलेस्ट्रॉल को कम करने में – Hibiscus Tea benefits to reduce cholesterol in Hindi
गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) में पाए जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट (Anti-oxidant) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) और ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) को कम करने (गुड़हल के फूल के फायदे) में मदद करता है।
हमारे शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते हैं, जिनमें से एक फायदेमंद कोलेस्ट्रॉल होता है और दूसरा नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल होता है। लो डेंसिटी लिपिड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को नुकसानदायक माना जाता है जबकि HDL (High-density lipoprotein) कोलेस्ट्रॉल एक अच्छा कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।
2014 की एक स्टडी में पता चला कि हिबिस्कस चाय का सेवन से शरीर के अच्छे कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) और ट्राइग्लिसराइड के स्तर में कमी आती है। हालांकि 2013 में प्रकाशित (ऑफ एथनोफार्माकोलॉजी) एक जर्नल में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर में कोई भी कमी नहीं देखी गई।
3. गुड़हल की चाय के लाभ दिल की बीमारियों को दूर रखने में – Benefits From Herbal Hibiscus for heart in Hindi
गुड़हल (हिबिस्कस) के फूलों की पंखुड़ियों में पोटेशियम और एंथोसायनिन (एंटी-ऑक्सिडेंट) प्रचुर मात्रा में होता है। जो हृदय की मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं की दीवारों के तनाव को कम करने में मदद करती है।
गुड़हल के फूल में पाए जाने वाले यह यौगिक (Compound) कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को रोकने, उच्च रक्तचाप को कम करने, हृदय के कार्य छमता को बढ़ाने और साथ ही हृदय के जोखिमों को काम करने में भी मदद करता है।
2010, जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन (Journal of Nutrition) में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि हिबिस्कस चाय का सेवन (28.34 gm गुड़हल रोजाना 6 सप्ताह तक) करने से उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों का रक्तचाप कम होता है।
2015 में प्रकाशित एक मेटा-विश्लेषण (Meta-analysis) में पाया गया कि हिबिस्कस की चाय पीने से यह सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप में कमी आती है।
4. रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ाने में गुड़हल की चाय के लाभ- Gudhal ki chai benefits for immunity in Hindi
गुड़हल (हिबिस्कस) में विटामिन C उच्च स्तर में पाया जाता है साथ ही इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-पैरासिटिक गुण हमें विभिन्न रोगों के संक्रमण से बचते हैं।
गुड़हल (हिबिस्कस) आयरन (गुड़हल के फूल के फायदे) का एक बड़ा स्रोत है। जो रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन को बनाए रखने में हमारी मदद कर रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ाता है।
इसलिए नियमित रूप से गुड़हल (हिबिस्कस) की चाय (Hibiscus tea in Hindi) पीने से यह हमारी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
5. गुड़हल के औषधीय उपयोग पथरी में – Hibiscus tea benefits kidney disease in Hindi
गुड़हल (हिबिस्कस) में एंटी -यूरोलिथिएटिक (Anti-urolithiatic) गुण पाया जाता है जो गुर्दे (Kidney) की पथरी को निकलने में मदद कर नई पथरी बनाने से रोकता है साथ ही गुड़हल (हिबिस्कस) में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट (Anti-oxidant) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण पथरी से होने वाले घाव को भरने में भी मदद करता है।
और पढ़ें – फ्लेक्सिटेरियन डायट : फायदे, नुकसान और डाइट प्लान।
6. गुड़हल के औषधीय उपयोग कैंसर के इलाज में – Hibiscus tea benefits for cancer treatment in Hindi
7. गुड़हल की चाय पीने के फायदे त्वचा और बालों को सुंदर और स्वस्थ बनाए रखने में – Benefits of Hibiscus tea for skin and hair in Hindi
हिबिस्कस विटामिन C (गुड़हल के फूल के फायदे) का एक बड़ा स्रोत है जो आपके शरीर में कोलेजन (Collagen) उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।
कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है। जो आपकी त्वचा की इलास्टिसिटी को बेहतर करने व इसे बनाए रखने में मदद करता है। जिससे आप की त्वचा पे जुरिया नहीं आती है, जिससे त्वचा सुन्दर दिखती है साथ ही कोलेजन बालों को बढ़ाने में भी एक विशेष भूमिका अदा करता है। जो बालों को टूटने और झरने से बचता है।
गुड़हल (हिबिस्कस) की चाय में एंटी-इन्फ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण पाए जाते हैं। जो त्वचा पर होने वाली सूजन को कम करती है साथ ही इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट (Anti-oxidant) और एंटी-बैक्टीरियल (anti-bacterial) गुण त्वचा में होने वाले मुहासों को दूर करने (गुड़हल के फूल के फायदे) में मदद करती है।
गुड़हल (हिबिस्कस) की चाय (Hibiscus tea in hindi) दाग-धब्बों को दूर कर त्वचा को चमकदार बनाने में भी मदद करती है। फिलहाल, स्किन पर गुड़हल के बेहतर प्रभाव जानने के लिए अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
हिबिस्कस टी कहां से खरीदें? | Where to buy Hibiscus tea in Hindi
गुड़हल की चाय कैसे बनाए? | How to make Hibiscus tea in Hindi
गुड़हल की चाय बनाने की विधि – Hibiscus tea recipe in Hindi
- सॉस पैन में ढाई कप पानी लें,
- अब 4-5 गुड़हल के फूल साफ धुले डाल दें,
- फिर 10-12 मिनट तक पानी को उबलने दें,
- उबलने पर पानी का रंग लाल हो जाएगा,
- उबलने के बाद 15 मिनट पानी को ढक के छोड़ दें,
- फिर इस चाय को छान लें,
- अगर मन हो, तो स्वादानुसार शहद और नींबू भी डाल लें,
- बस तैयार है आपकी गुड़हल की चाय, अब आप इसकी स्वास्थ्यवर्धक चुस्कियां ले सकते हैं।
हिबिस्कस टी का उपयोग | Hibiscus Tea uses in Hindi
गुड़हल की चाय के नुकसान | Hibiscus Tea side effects in Hindi
गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) के हानिकारक प्रभाव
- 2013 के एक अध्ययन में बताया गया है कि हिबिस्कस के अधिक सेवन से यकृत (Liver) को नुकसान पहुंच सकता है।
- गुड़हल (हिबिस्कस) की हर्बल चाय का सेवन उन लोगों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है जो मलेरिया की दवा क्लोरोक्वीन लेते हैं। क्योंकि यह इस दवाई के साथ हस्तक्षेप कर सकती है। साथ ही गुड़हल की चाय के अधिक सेवन से यह रक्त को पतला करने वाली दवाओं के साथ हस्तक्षेप कर उनके प्रभाव को कम कर सकती है।
- ऐसे व्यक्ति जिनकी मधुमेह या उच्च रक्तचाप की दवाई चल रही हो उनको गुड़हल की चाय का सेवन करते समय अपने रक्त शर्करा (blood sugar) और रक्तचाप (blood pressure) के स्तर की निगरानी करनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह रक्त शर्करा या रक्तचाप के स्तर को अचानक से बहुत कम (Side effects of Hibiscus tea in hindi) कर सकती है।
- अस्थमा से ग्रस्त रोगियों को गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए। क्योंकि इससे अस्थमा के लक्षण और भी अधिक ख़राब हो सकते हैं।
- गुड़हल की चाय के अधिक सेवन से डायरिया या उल्टी की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती या स्तनपान करने वाली महिलाओं को गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए।
ये हैं गुड़हल (हिबिस्कस) चाय के स्वास्थ्यवर्धक फायदे और नुकसान। कमेंट में बताएं आपको यह पोस्ट कैसी लगी। अगर यह पोस्ट पसंद आई हो तो इस पोस्ट को शेयर जरूर करें।
ध्यान रहे गुड़हल की चाय (Gudhal ki chai) का सेवन किसी भी रोग का प्राथमिक उपचार नहीं है बल्कि उस बीमारी के लक्षणों को कम करने और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद कर सकती है। इसलिए यदि आप किसी रोग से ग्रस्त हैं और उसकी दवाई चल रही हो तो उसे बंद ना करें।
ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। गुड़हल (हिबिस्कस) की चाय (Hibiscus tea in Hindi) को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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