Low Protein Food List | किडनी रोगियों के लिए कम प्रोटीन डाइट

आज विश्व की लगभग 10 प्रतिशत जनसंख्या गुर्दे की बीमारी से पीड़ित है। पर क्या आपको पता है कि किडनी की बीमारी को आप कुछ हद तक अपनी डाइट से भी नियंत्रित कर सकते हैं। रिसर्च में पाया गया है कि लो प्रोटीन डाइट (Low Protein Food List in Hindi) ना केवल किडनी की बीमारी में लाभ पहुँचाती है, बल्कि कुछ अन्य पुरानी बिमारियों जैसे लीवर और कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान कर सकती हैं।

इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कम प्रोटीन आहार (low protein diet in Hindi) के बारे में बता रहे हैं जिसमें हम आपको बताएंगे कि लो प्रोटीन फूड कौन-कौन से हैं ताकि आपको पता रहे कि किन खाद्य पदार्थों में प्रोटीन कम होता है। इसके अलावा लो प्रोटीन डाइट के फायदे और लो प्रोटीन डाइट चार्ट के बारे में भी बता रहे हैं।

तो आइये अब इस पोस्ट को शुरू करते हैं। 

Low Protein Food List in Hindi

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किडनी का प्रमुख कार्य क्या है?  (Main function of kidney in Hindi)

किडनी आकर में छोटी परन्तु महत्वपूर्ण अंग हैं, जो बीन (bean shaped) के आकार की लगभग एक कंप्यूटर के माउस के बराबर होती हैं। 

किडनी (गुर्दे) का प्रमुख कार्य अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट पदार्थों को छान कर उन्हें मूत्र के माध्यम से बाहर निकालना है। 

इसके अलावा किडनी शरीर में खनिजों (जैसे सोडियम, पोटेशियम और फास्फोरस) का संतुलन बनाए रखती हैं, रक्तचाप को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को नियंत्रित करती हैं, हड्डियों के लिए विटामिन डी (D) बनाने में मदद करती हैं और साथ ही किडनी एरिथ्रोपोइटिन (Erythropoietin) नामक एक रसायन बनाती हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करती हैं।

इसलिए सेहत को स्वस्थ रखने के लिए किडनी का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है।

और पढ़ें – क्रोनिक किडनी डिजीज: कही मौत का कारण ना बन जाए यह रोग

लो प्रोटीन डाइट क्या है? (What is low protein diet in Hindi)

लो प्रोटीन डाइट (Low Protein diet in Hindi) का अर्थ है भोजन में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना है जिसमें प्रोटीन की मात्रा कम हो। कम प्रोटीन खाद्य पदार्थ में शामिल हैं –

  • Broccoli (ब्रोकोली),
  • Cauliflower (फूलगोभी),
  • Spinach (पालक),
  • Leafy greens (पत्तेदार साग),
  • Onions (प्याज),
  • Cabbage (पत्तागोभी),
  • Rice (चावल),
  • Oats (जई),
  • Bread (ब्रेड),
  • Apple (सेब),
  • Banana (केला) आदि।

इसके अलावा भी कम प्रोटीन खाद्य पदार्थ हैं जिसे नीचे विस्तार से बताया गया है।

“कम प्रोटीन डाइट का पालन करने वाले व्यक्तियों के शरीर में विटामिन बी-12 की कमी हो सकती है। इसलिए ऐसे व्यक्तियों को डॉक्टर कुछ सप्लीमेंट दे सकते हैं जो विटामिन बी -12 से भरपूर होते हैं।”

लो प्रोटीन फूड्स लिस्ट (कम प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ) | Low Protein Food List in Hindi)

Low protein food list in Hindi
Avocado (एवोकाडो)

लो प्रोटीन फूड्स के स्त्रोत और उनकी मात्रा को नीचे टेबल में बताया गया है, जिससे आप यह जान पाएंगे कि किस आहार में कितना प्रोटीन होता है।

नीचे दिए गए लौ प्रोटीन डाइट चार्ट का उपयोग किडनी रोगी या अन्य चयापचयी विकार (Metabolic Disorder) वाले रोगी कर सकते हैं।

लौ प्रोटीन चार्ट इन हिंदी – Low Protein food chart in Hindi

Source Quantity Protein amount
Low Protein Fruits (लौ प्रोटीन फल)
Apple (सेब) 100 gms 0.3 gm
Banana (केला) 100 gms 1.1 gm
Pears (नाशपाती) 100 gms 0.4 gm
Peach (आड़ू) 100 grams 1 gm
Berry (जामुन) 100 gms 0.7 gm
Red grapes (लालअंगूर) 100 grams 0.72 gm
Pineapple (अनानास) 100 gms 0.5 gm
Avocado (एवोकाडो) 100 gms 2 gm
Low Protein Vegetables (लौ प्रोटीन सब्जियां)
Tomatoes (टमाटर) 100 gms 0.9 gm
Asparagus (शतावरी) 100 gms 2.2 gm
Peppers (मिर्च) 100 gms 1.9 gm
Broccoli (ब्रोकोली) 100 gms 2.8 gm
Spinach (पालक) 100 gms 2.9 gm
Leafy greens (पत्तेदारसाग) 100 gms 2.9 gm
Cauliflower (फूलगोभी) 100 gms 1.9 gm
Garlic 1 cloves (लहसुन) 100 gms 0.57 gm
OOnions (प्याज)nions (प्याज) 100 gms 1.1 gm
Cabbage (पत्तागोभी) 100 gms 1.3 gm
Radishes (मूली) 100 gms 0.7 gm
Low Protein Grains (लौ प्रोटीन अनाज)
Rice (चावल) 100 gms 2.7 gm
Oats (जई) 100 gms 11 gm
Bread (ब्रेड) Slice/ 33g 3.1 gm
Pasta (पास्ता) 100 gms 5 gm
Barley (जौ) 100 gms 12 gm
Buckwheat (कुट्टू) 100 gms 5 gm
Low Protein Daal (लौ प्रोटीन दाल)
Bengal (ग्राम बंगाल ग्राम)  100 gms 19 gm
Moong Dal (मूंग दाल) 100 gms 24 gm
Low Protein Oil (लौ प्रोटीन तेल) 
Olive oil (जैतूनकातेल) 100 gms 0
Coconut oil (नारियलकातेल) 100 gms 0
Contains egg whites (अंडे का सफेद भाग) 100 gms 3.6 g 

किडनी रोगियों को कम प्रोटीन डाइट क्यों अपनानी चाहिए? (Why should kidney patients adopt a low protein diet in Hindi)

ऐसे रोगी जो किडनी की बीमारी (क्रोनिक किडनी डिजीज) से पीड़ित हैं उनके लिए डॉक्टर कम प्रोटीन डाइट (कम प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ) लेने की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए है, क्योंकि जब भी हम प्रोटीन से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं तो हमारा शरीर प्रोटीन को तोड़ कर इसे यूरिया नामक यौगिक (प्रोटीन चयापचय द्वारा निर्मित पदार्थ) बदल देता है यह यौगिक स्वस्थ के लिए हानिकारक होते हैं। जो मूत्र द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।

परन्तु, यदि किसी व्यक्ति को किडनी की समस्या है, तो उनकी किडनी यूरिया को पूरी तरह से बाहर नहीं निकाल पाती है। जिसकारण रक्त में यूरिया, अमोनिया या अन्य जहरीले नाइट्रोजन मेटाबोलाइट्स बनने लगते हैं

इन हानिकारक मेटाबोलाइट्स की अधिकता से रोगी को थकान, भूख में कमी, हृदय रोग जैसी अनेक समस्याएं होने लगती हैं। 

इसलिए डॉक्टर किडनी रोगियों को कम प्रोटीन आहार (लो प्रोटीन फूड्स) लेने की सलाह देते हैं, ताकि बीमारी बिगड़ने से पहले ही रोका जा सके।

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किडनी पेशेंट को कितना प्रोटीन खाना चाहिए? (How much protein should a kidney patient eat in Hindi)

उच्च प्रोटीन वाले आहार के सेवन से इंट्राग्लोमेरुलर (Intraglomerular) दबाव और ग्लोमेरुलर हाइपरफिल्ट्रेशन (Glomerular hyperfiltration) में वृद्धि हो सकती है जो किडनी के ग्लोमेरुलर संरचना (Glomerular structure) को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

ग्लोमेरुलर संरचना के खराब हो जाने से मरीज को क्रोनिक किडनी रोग (CKD) हो सकता है। इसलिए, CKD वाले मरीजों के लिए डॉक्टर अक्सर 0.6–0.8 ग्राम/किलोग्राम/दिन से कम प्रोटीन  (Low protein food list in Hindi) खाने की सलाह देते हैं। 

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कम प्रोटीन डाइट के फायदे क्या हैं? (Benefits of low protein diet in Hindi)

Health benefits of low protein

कम प्रोटीन डाइट के लाभ – Low protein diet benefits in Hindi

शोध से पता चला है कि कम प्रोटीन आहार (Low protein food list in Hindi) मूत्र में यूरिया के स्तर को कम करने में मदद करते हैं, जो गुर्दे की सुरक्षा के लिए अहम् हैं।

इसके अलावा कम प्रोटीन वाला आहार (कम प्रोटीन डाइट) कोलेस्ट्रॉल और लिपिड के स्तर में भी सुधार करता है।

कम प्रोटीन आहार के अन्य लाभों में शामिल हैं-

  • कम प्रोटीन डाइट का फायदा है किडनी की कार्यप्रणाली को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करना,
  • लो प्रोटीन डाइट शरीर के ऑक्सीडेटिव तनाव को कम रखती है,
  • कम प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ इंसुलिन प्रतिरोध ( insulin resistance) को कम रखते हैं,
  • कम प्रोटीन डाइट चयापचय (Metabolism) को स्वस्थ बनाए रखती है,
  • कम प्रोटीन आहार रक्तचाप को नियंत्रित रखते हैं,  
  • लो प्रोटीन डाइट कम यूरीमिक टॉक्सिन्स उत्पन्न करते हैं, 
  • लो प्रोटीन डाइट फास्फोरस का बेहतर तरीके से नियंत्रण करते हैं। 

हालांकि, कम प्रोटीन डाइट के दीर्घकालिक लाभों का मूल्यांकन करने के लिए अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।

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क्या कम प्रोटीन आहार से कोई जोखिम है? (Are there any risks with a low protein food in Hindi)

प्रोटीन शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है जो कोशिकाओं की वृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।

इसके साथ ही प्रोटीन का उपयोग मांसपेशियों, त्वचा और हड्डियों को बनाने, महत्वपूर्ण एंजाइम और हार्मोन का उत्पादन करने, ऊतक का निर्माण करने और उनकी मरम्मत करने में भी मदद करता है। 

अध्ययनों से पता चलता है कि प्रोटीन की कमी स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती है, जिसमें प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना, मांसपेशियों की हानि और बच्चों में वृद्धि में कमी शामिल हैं।

इसके अलावा प्रोटीन की कमी के अन्य संभावित लक्षणों में बालों का झड़ना, शरीर की सूजन, एनीमिया (खून की कमी ), फैटी लीवर और हड्डियों का घनत्व (Density) का कम होना आदि भी शामिल हैं। 

इसलिए किडनी मरीजों या अन्य रोग से ग्रस्त रोगियों को जिन्हे कम प्रोटीन डाइट (Low protein food list in Hindi) लेने की सलाह दी जाती है, यह सुनिश्चित करना बेहद जरुरी होता है कि उनके शरीर में प्रोटीन की कमी जरुरत से ज्यादा ना हो। इसलिए डॉक्टर की देख-रेख में ही अपनी डाइट में प्रोटीन की कमी करें। 

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कम प्रोटीन आहार का पालन किसे करना चाहिए और किसे नहीं? (Who should follow a low protein diet and who should not in Hindi?)

1. यदि रोगी डायलिसिस पर नहीं हैं तो डाइट में प्रोटीन सीमित करें

आप जितना अधिक प्रोटीन अपनी डाइट में शामिल करेंगे, किडनी को उतनी ही मेहनत अपशिष्ट प्रोटीन (Protein waste) को शरीर से बाहर निकालने में करनी पड़ेगी, जो गुर्दे के लिए तनावपूर्ण हो सकता है और वह तेजी से खराब हो सकते हैं।

इसलिए गुर्दे की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति जो डायलिसिस पर नहीं है, डॉक्टर डाइट में कम प्रोटीन (Low protein foods in Hindi) लेने की सलाह देते हैं।

कई अध्ययनों से पता चलता है कि डाइट में प्रोटीन की मात्रा को सीमित करके और पौधे-आधारित खाद्य पदार्थों (वेजीटेरियन डाइट) को अधिक शामिल करके किडनी को खराब होने से बचाया जा सकता है।

2. यदि रोगी डायलिसिस पर हैं तो डाइट में प्रोटीन बढ़ाएं

दूसरी ओर, जब किसी रोगी की डायलिसिस शुरू हो जाती है, तो रक्त में प्रोटीन के स्तर को बनाए रखने के लिए डॉक्टर आहार में अधिक मात्रा में प्रोटीन खाने की सलाह देते है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि डायलिसिस रक्त से प्रोटीन अपशिष्ट (Protein waste) को हटा देता है, इसलिए अब आहार में कम प्रोटीन लेने की आवश्यकता नहीं होती है।

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किडनी की बीमारी में क्या खाना चाहिए? (Food to eat in renal disease in Hindi)

कम प्रोटीन वाले आहार, लौ प्रोटीन फूड्स

किडनी रोग या अन्य मेटाबोलिक डिजीज में डॉक्टर कम प्रोटीन वाले आहार खाने की सलाह देते हैं। इसके लिए आप निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं-

1. कम प्रोटीन वाले फल खाएं – Eat Low protein fruits in kidney disease in Hindi

कम प्रोटीन डाइट अपनाने वाले व्यक्ति अपनी डाइट में ऐसे फल खा सकते हैं जिनमें प्रोटीन की मात्रा कम हों। कम प्रोटीन वाले फल में शामिल हैं सेब, केला, नाशपाती, आड़ू, जामुन, लाल अंगूर, अनानास आदि।

2. कम प्रोटीन वाली सब्जियां खाएं – Eat less protein vegetables in Hindi

कम प्रोटीन वाली सब्जियों में शामिल हैं टमाटर, शतावरी, मिर्च, ब्रोकोली, पालक, पत्तेदार साग, फूलगोभी, लहसुन, प्याज, पत्ता गोभी, मूली आदि।

3. कम प्रोटीन वाली दाल और अनाज – Eat Low protein cereals and pulses in Kidney failure in Hindi

कम प्रोटीन वाली दाल और अनाज में शामिल हैं चावल, जई, ब्रेड, पास्ता, जौ, कुट्टू आदि।

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4. लो प्रोटीन वसा खाएं – Eat Low protein healthy fats in kidney disease in Hindi

लो प्रोटीन वसा में शामिल हैं अंडे का सफेद भाग, एवोकाडो, जैतून का तेल और नारियल का तेल आदि।

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5. किडनी रोगियों के लिए फोर्टिफाइड फूड – Eat Fortified Foods in kidney disease in Hindi

डॉक्टर किडनी रोगियों को फोर्टिफाइड फूड खाने की सलाह भी दे सकते हैं। फोर्टिफाइड फूड, फूड फोर्टिफिकेशन द्वारा बनाए जाते हैं।

फूड फोर्टिफिकेशन का मतलब, खाद्य पदार्थों में एक या एक से अधिक सूक्ष्म पोषक तत्त्वों की जानबूझकर की जाने वाली वृद्धि से है। उदारहण के लिए नमक का आयोडीकरण करना। फोर्टिफाइड फूड पहचानने के लिए फोर्टिफाइड फूड के पैकेट्स पर प्लस एफ (+F) का सिंबल देखें, जिससे आप इन्हें पहचान सकते हैं। 

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किडनी रोग में क्या नहीं खाना चाहिए (परहेज)? (Foods to avoid in kidney disease in Hindi)

Foods to avoid on a Low Protein Diet

किडनी रोगियों को डाइट में कम प्रोटीन (Low protein foods in Hindi) के अलावा सोडियम, पोटेशियम और फास्फोरस लेने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि खराब गुर्दे रक्त में अतिरिक्त सोडियम, पोटेशियम या फास्फोरस को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाते हैं जिसकारण रक्त में इनकी मात्रा बढ़ सकती है। किडनी की बीमारी में क्या कम खाना चाहिए और किन चीजों का परहेज करना चाहिए इसे नीचे बताया गया है।

1. किडनी पेशेंट कम सोडियम (नमक) वाले आहार खाएं – Eat less salt in kidney disease in Hindi

किडनी की बीमारी में डॉक्टर प्रति दिन 2,000 मिलीग्राम से कम सोडियम (नमक) लेने की सलाह देते हैं। इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थ ना कहें जिसमें नमक अधिक हो।

2. किडनी रोगी कम पोटेशियम वाले आहार खाएं – Eat less potassium rich diet in kidney disease in Hindi

किडनी रोगियों को डॉक्टर आमतौर पर प्रति दिन 2,000 मिलीग्राम से कम पोटेशियम लेने की सलाह देते हैं।  इसलिए किडनी रोगी ऐसे आहार ना खाएं जिसमें पोटेशियम अधिक हो।

3. किडनी पेशेंट कम फास्फोरस वाले आहार खाएं – Eat less Phosphorus rich diet in kidney disease in Hindi

किडनी की बीमारी में डॉक्टर प्रति दिन 1,000 मिलीग्राम से कम फास्फोरस वाले खाद्य पदार्थ लेने की सलाह देते हैं।

और पढ़ें – कैफीन क्या है, जानिए इसके स्रोत, मात्रा, फायदे और नुकसान 

4. क्रोनिक किडनी डिजीज में कम तरल पदार्थ पिएं – Drink less fluids in chronic kidney disease in Hindi

पानी शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण पदार्थ है, लेकिन जब आप किडनी की बीमारी से ग्रस्त हों, तो डॉक्टर कम पानी पीने की सलाह देते हैं।

इसका कारण यह है कि क्षतिग्रस्त किडनी अतिरिक्त तरल पदार्थों को अच्छी तरह से शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती है। 

शरीर में जरुरत से ज्यादा तरल पदार्थ का होना शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकता है जो उच्च रक्तचाप, सूजन और दिल की विफलता का कारण बन सकता है।

इसके अलावा फेफड़ों के आसपास अतिरिक्त तरल पदार्थ भी जमा हो सकता है जिससे सांस लेने में मुश्किल हो सकती है।  इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही पानी या अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें। 

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5. किडनी की बीमारी में परहेज करें हाई प्रोटीन डाइट का – Avoid high protein diet in kidney disease in Hindi

यदि आप कम प्रोटीन डाइट का सेवन कर रहे हैं तो ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन बिल्कुल भी न करें जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक हो।

हाई प्रोटीन डाइट में शामिल हैं-

  • चिकन, बीफ, मछली (सैल्मन और टूना) और पोर्क,
  • अंडे का यॉर्क (पीला भाग), 
  • सेम, मटर और दाल वाली फलियां,
  • मक्खन, दूध, पनीर और दही जैसे डेयरी उत्पाद,
  • टोफू जैसे सोया उत्पाद,
  • अखरोट, बादाम और पिस्ता, 
  • चिया बीज, अलसी और भांग के बीज आदि सम्मिलित हैं

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ये है किडनी रोगियों के लिए कम प्रोटीन डाइट की पूरी जानकारी। कमेंट में बताएं आपको Low Protein Diet पोस्ट कैसी लगी। अगर पोस्ट पसंद आई हो तो इसे शेयर जरूर करें। 

Disclaimer : ऊपर दी गई जानकारी पूरी तरह से शैक्षणिक दृष्टिकोण से दी गई है। इस जानकारी का उपयोग किसी भी बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले किसी योग्य डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ (Dietitian) की सलाह जरूर लें।

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संदर्भ (References)

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